सोलन: राज्य स्तरीय शूलिनी मेले में अव्यवस्थाओं का आलम दिखा जिससे आम जनता तीन दिन तक परेशान दिखाई दी. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अमन सेठी ने शूलिनी मेले के प्रबंधों को लेकर सोलन प्रशासन और सरकार को घेरते हुए कहा कि इस मेले का तो भगवाकरण हुआ है. वहीं, प्रशासन की अव्यवस्थाओं से जनता को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा.
अमन सेठी ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि (Congress State Spokesperson Aman Sethi) मेले में राजनीति निमंत्रण पत्र से ही शुरू कर दी गई थी. निमंत्रण पत्र में जहां स्थानीय विधायक का नाम नहीं लिखा गया. वहीं, मेले के दौरान कांग्रेस के चुने हुए प्रतिनिधियों की अनदेखी की गई. इसके साथ साथ प्रशासन के द्वारा की गई तैयारियों पर भी उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि बाजार में जहां लोगों की जेबें कटी, लोगों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा. मेले का मजा किरकिरा करने में साउंड सिस्टम भी निशाने पर रहा.
अमन सेठी ने आरोप (State Level Shoolini Fair) लगाया कि लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी प्रशासन की कमियां साफ तौर पर झलकी हैं. पूरे मेले के दौरान और मेले से पूर्व त्रिदेव सम्मेलन में प्रशासन, सरकार की कठपुतली बना रहा. उन्होंने कहा कि मेले के दौरान नगर निगम सोलन की मेयर पूनम ग्रोवर व सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल को भी नजरअंदाज किया गया.
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