शिमला: प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. आये दिन कोरोना के पॉजिटिव मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. साथ ही, प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. ताजा मामले में आईजीएमसी शिमला के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉ. रजनीश ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है.
शिमला में 195 कोरोना के मामले आए थे. इनमें आईजीएमसी के 25 मामले शामिल हैं. जबकि प्रदेश में 16 सौ से ज्यादा कोरोना के मामले आए थे. प्रदेश में 13 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी. डॉ. रजनीश के कोरोना पॉजिटिव आने की पुष्टि आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने की है.
डीडीयू अस्पताल को बनाया गया डेडिकेटेड कोविड सेंटर
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश सरकार ने शिमला स्थित डीडीयू अस्पताल को एक बार फिर से डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. बीते सोमवार को बिलासपुर में सीएम जयराम ठाकुर ने अधिकारियों से कोरोना संक्रमण पर चर्चा करते हुए कहा कि होम आइसोलेशन प्रणाली को मजबूत करना समय की मांग है, क्योंकि कोविड-19 के सक्रिय मामलों में से लगभग 95 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं.
पिछले 50 दिन में 970 से 12 सौ के करीब पहुंची मृतकों की संख्या
राज्य में पिछले 50 दिनों के दौरान मृतकों की संख्या 970 से 1200 के करीब हो गई है. आशा कार्यकर्ताओं को अन्य गम्भीर बीमारियों से ग्रसित कोविड-19 मरीजों का रिकॉर्ड तैयार करना चाहिए, ताकि कोविड-19 मरीजों का बेहतर उपचार किया जा सके.
हिमाचल में कोरोना से 'जंग'
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए 1,800 बेड हैं रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 800 बेड ऑक्सीजन के साथ हैं, जबकि 500 वेंटिलेटर हैं. इसके साथ ही प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में 50 बेड और बढ़ाने का सरकार ने निर्णय लिया है.
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