शिमला: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदेश भर से शिमला पहुंचे हजारों एनपीएस कर्मचारियों ने वीरवार को पूरा शिमला शहर जाम कर दिया. वहीं, विधानसभा घेराव के चलते शहर में दिनभर माहौल (Protest For Old Pension Scheme In Shimla) तनावपूर्ण रहा. सुबह 11 बजे आईएसबीटी क्रॉसिंग से शुरू हुई एनपीएस कर्मचारियों की पदयात्रा ने 103 तक सड़क मार्ग पूरी तरह जाम कर दिया. एनपीसी कर्मचारियों की तादाद इतनी अधिक थी कि शहर में चलने वाली लोकल बसें जहां पहुंची थी, वहीं जाम हो गई और आगे नहीं बढ़ पाई.
वहीं, छोटे वाहन भी बीच मार्ग में फंस गए. एनपीएच कर्मचारियों को विधानसभा तक न पहुंचने दिया जाए इसके लिए पुलिस व जिला प्रशासन ने 103 में नाका बंदी कर दी और सड़क में पुलिस की गाड़ियां कर्मचारियों को रोकने के लिए खड़ी कर दीं, जिससे कर्मचारियों ने 103 में चक्का जाम कर दिया. इस नाकाबंदी से शहर भर में माहौल तनावपूर्ण हो गया और शिमला शहर की ओर जाने वाले लोग व एनपीएस कर्मचारी 103 में इक्कठे हो गए जिससे सड़क मार्ग पर भारी भीड़ इकट्ठी हो गई.
ऐसे में शिमला जाने वाले हजारों लोगों व कर्मचारियों को परेशानी आई. 103 में करीब 3 बजे तक कर्मचारियों को रोकने के लिए पुलिस व जिला प्रशासन की जद्दोजहद जारी रही, लेकिन करीब 3 बजे एनपीएस कर्मचारियों के हुजूम को पुलिस टुकड़ी नहीं रोक पाई और घेरा तोड़ कर कर्मचारी विधानसभा की ओर कूच कर गए. इस दौरान फायर ब्रिगेड द्वारा पानी की बौछारें छोड़ीं गईं, लेकिन कर्मियों के हौसलों को नहीं रोक पाई.
एनपीएस कर्मचारियों की हड़ताल के कारण (employees protest in shimla) ऊपरी शिमला को 11 बजे के बाद बसें नहीं जा सकीं. वहीं, पुलिस प्रशासन ने बसों को टूटीकंडी खलीनी बाईपास होते हुए भेजा, लेकिन ऊपरी शिमला जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
एनपीएस कर्मचारियों के घेराव के दौरान आईजीएमसी व डीडीयू जाने वाले मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पाए. वहीं, इस दौरान करीब 3 एंबुलेंस भी मार्ग में फंसी रहीं. जिसे पुलिस ने मुश्किलों से जाम से निकाला. 103 में चक्का जाम के दौरान एक गर्भवती महिला भीड़ के कारण फंस गई. महिला न तो भीड़ के बीच से होकर जा सकती थी और न ही कोई बस सेवा थी. ऐसे में पुलिस ने नाभा वाले मार्ग से होते हुए महिला को आगे भेजा.
बता दें कि एनपीएस कर्मचारियों की हड़ताल के बारे में सरकार व प्रशासन को (employees protest in shimla) पहले से जानकारी थी. वहीं, एनपीएस ने हड़ताल की अनुमित भी ली थी. बावजूद इसके विधानसभा घेराव के बीच शिमला शहर के लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न आए इसके लिए जिला प्रशासन के इंतजाम फेल दिखाई दिए. प्रशासन की ओर से कोई खास रणनीति नहीं बनाई गई थी.
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