शिमला: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करते हुए सोमवार को 'भारत बंद' का ऐलान किया है. देश भर में अब इस भारत बंद का असर दिखने भी लगा है. बात अगर पहाड़ी राज्य हिमाचल की करें तो यहां भी भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश की लाइफलाइन कही जाने वाली एचआरटीसी पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. भारत बंद की वजह से बाहरी राज्यों को जाने वाली एचआरटीसी की बसों को निगम को वापस बुलाना पड़ा. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
बता दें कि, भारत बंद के कारण एचआरटीसी की बसें हिमाचल से बाहरी राज्यों के लिए नहीं जा रही हैं. हिमाचल पथ परिवहन की सेवाएं केवल प्रदेश के बॉर्डर तक ही लोंगो को मिल रही है. आज प्रदेश के बाहर जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रदेश के जिन जिलों के साथ पंजाब और हरियाणा की सीमा लगती है, उन जगहों पर बार्डर तक ही एचआरटीसी की बसें आवाजाही कर रही हैं. शिमला से जाने वाली एचआरटीसी की बसें सिर्फ परवाणू तक ही जाएगी. वहीं, जिन बसों को सुबह भेजा गया था, वे परवाणू से आगे नहीं जा सकी. जिसके बाद निगम ने परवाणू में फंसी बसों दो शिमला वापस बुला लिया.
इस संबंध में एचआरटीसी के जीएम पंकज सिंघल ने बताया कि निगम की बसों को रोकने की पहले कोई योजना नहीं थी. इसलिए सुबह शिमला से सभी बसें अपने-अपने रूट पर निकल गई थीं, लेकिन पंजाब में टोल प्लाजा बंद होने के कारण बसें परवाणू में ही रोकनी पड़ी. उन्होंने बताया कि, सुबह एचआरटीसी ने दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा व अन्य जगह के लिए करीब 130 बसें भेजी थी. हालांकि, जम्मू के लिए जाने वाली एचआरटीसी बस सेवा पहले की ही तरह चल रही हैं.
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