शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जो संगठन और लोग शालीनता से अपनी बात नहीं कर सकते उनकी बात सुनी तो जाएगी, लेकिन पूरी की जाए इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता. ओपीएस की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने पहुंचे कर्मचारियों (jairam thakur on law and order in himachal) का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों से इस प्रकार का व्यवहार अपेक्षित नहीं है.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ नेताओं के बहकावे में आकर उन्होंने प्रदर्शन (law and order in himachal) किए और अनुशासनहीनता की, लेकिन बाद में जब उन्होंने देखा कि जिन नेताओं के बोलने पर वह यहां तक आए वहीं लोग उनके साथ नहीं खड़े थे. ऐसे में शाम होते-होते थोड़े से ही प्रदर्शनकारी शेष रह गए थे और पुलिस के समझाने पर भी भी चले गए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 2018 से 2021 तक प्रदेश में कुल 78 हजार 977 एफआईआर दर्ज की गई है. जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में 2013 से लेकर 2016 तक 67 हजार 325 एफआईआर दर्ज की गई. वर्तमान सरकार के 4 साल के कार्यकाल में पिछली सरकार के 4 साल की तुलना में 11 हजार के करीब एफआईआर में वृद्धि हुई है.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि जो भी व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करवाना चाहता है. उसकी शिकायत लिखी जाए उसे सुना जाए जांच के बाद जो भी सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति ऐसा न मिले जो कहे कि पुलिस थाने में उसकी बात नहीं सुनी गई.
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