नाहन: सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र के करीब पौने 3 लाख लोगों की दुखती रग पर शिमला सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल धनीराम शांडिल ने हाथ रख दिया है. चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने करीब 6 दशक से चले आ रहे गिरीपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है.
शिलाई क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे कर्नल धनीराम शांडिल ने गिरीपार को जनजातीय दर्जा दिए जाने के सवाल पर कहा कि यह मुद्दा बरसों से भारत सरकार के दफ्तरों में लंबित पड़ा है. कांग्रेस सरकार के समय में भी यह मुद्दा उठाया गया था.
शांडिल ने कहा कि गिरीपार क्षेत्र की रीति-रिवाज, खान-पान, रहन सहन सभी चीजें उत्तराखंड के जोनसार बाबर क्षेत्र जैसी हैं. जोनसार बाबर को तो जनजातीय क्षेत्र की सारी सुविधाएं मिल रही है, लेकिन यहां के लोगों को कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है.
शिमला सीट से प्रत्याशी धनीराम शांडिल ने इसे सामाजिक मुद्दा बताते हुए इस पर ज्यादा ध्यान देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इस पर फाइल वर्क करना पड़ेगा और जितनी भी इसमें टैक्निकल डिटेलस है, उसे अटेंड करना पड़ेगा. उन्होंने इलाके की जनता से वादा किया है कि लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद क्षेत्र के इस मुद्दे को पूरे जोरशोर से उठाएंगे.
आपको बता दें कि कर्नल धनीराम शांडिल 2 बार सांसद रह चुके हैं, लेकिन वह भी इस मुद्दे को पूरा करवाने में नाकामयाब रहे हैं. अभ एक बार फिर वह चुनावी मैदान में हैं और वह हाटी समुदाय के इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में जुट गए हैं.