ETV Bharat / city

सिरमौर: स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने बचाई नन्हे हिरण की जान

सिरमौर में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination in sirmaur) के लिए संगड़ाह से लुधियाना गांव जा रही स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला शर्मा व उनके साथ मौजूद एक आशा वर्कर द्वारा सड़क पर घायल अवस्था में पड़े हिरण के बच्चे की जान बचाई गई. हेल्थ वर्कर ने पहले इसे पानी पिलाया और फिर साथ लगते पशु औषधालय अंधेरी में इसका इलाज करवाया. हेल्थ वर्कर ने बताया कि बाद दोपहर तक हिरण की जान खतरे से बाहर दिखी, तो उसे साथ लगते जंगल में छोड़ा गया.

health worker saved deer
फोटो.
author img

By

Published : Apr 8, 2022, 8:31 PM IST

नाहन: जिला सिरमौर में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination in sirmaur) के लिए संगड़ाह से लुधियाना गांव जा रही स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला शर्मा व उनके साथ मौजूद एक आशा वर्कर द्वारा सड़क पर घायल अवस्था में पड़े हिरण के बच्चे की जान बचाई गई. दरअसल संगड़ाह-चौपाल मार्ग पर किंकरी देवी पार्क (Kinkari Devi Park) के समीप मिले नन्हे हिरण के सिर पर चोट लगी थी और खून बह रहा था.

हेल्थ वर्कर ने पहले इसे पानी पिलाया और फिर साथ लगते पशु औषधालय अंधेरी में इसका इलाज करवाया. हेल्थ वर्कर ने बताया कि बाद दोपहर तक हिरण की जान खतरे से बाहर दिखी, तो उसे साथ लगते जंगल में छोड़ा गया. गौरतलब है कि स्थानीय बोली में घोल कहलाने वाले छोटे कद के इस हिरण का लोग अलग-अलग तकनीक व तरीकों से शिकार भी करते हैं और यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसे किसी ने घायल किया हो.

वीडियो.

ऐसे में स्वास्थ्य कार्यकर्ता व आशा वर्कर इस हिरण के लिए फरिश्ते बनकर पहुंचे और समय पर इलाज मिलने के कारण उसकी जान बच गई. कुल मिलाकर एक ओर जहां उक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने हिरण की जान बचाकर मानवता का उदाहरण पेश किया, तो वहीं लोग भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं.

विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

नाहन: जिला सिरमौर में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination in sirmaur) के लिए संगड़ाह से लुधियाना गांव जा रही स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला शर्मा व उनके साथ मौजूद एक आशा वर्कर द्वारा सड़क पर घायल अवस्था में पड़े हिरण के बच्चे की जान बचाई गई. दरअसल संगड़ाह-चौपाल मार्ग पर किंकरी देवी पार्क (Kinkari Devi Park) के समीप मिले नन्हे हिरण के सिर पर चोट लगी थी और खून बह रहा था.

हेल्थ वर्कर ने पहले इसे पानी पिलाया और फिर साथ लगते पशु औषधालय अंधेरी में इसका इलाज करवाया. हेल्थ वर्कर ने बताया कि बाद दोपहर तक हिरण की जान खतरे से बाहर दिखी, तो उसे साथ लगते जंगल में छोड़ा गया. गौरतलब है कि स्थानीय बोली में घोल कहलाने वाले छोटे कद के इस हिरण का लोग अलग-अलग तकनीक व तरीकों से शिकार भी करते हैं और यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसे किसी ने घायल किया हो.

वीडियो.

ऐसे में स्वास्थ्य कार्यकर्ता व आशा वर्कर इस हिरण के लिए फरिश्ते बनकर पहुंचे और समय पर इलाज मिलने के कारण उसकी जान बच गई. कुल मिलाकर एक ओर जहां उक्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने हिरण की जान बचाकर मानवता का उदाहरण पेश किया, तो वहीं लोग भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं.

विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.