ETV Bharat / city

आशा वर्कर्स को जयराम सरकार से 'आस', आंध्र और दिल्ली की तर्ज पर वेतन की मांग - जयराम सरकार

इंटक के जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने कहा कि वर्तमान में आशा वर्करों को बेहद कम मानदेय दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब आंध्र प्रदेश जैसे राज्य आशा वर्करों को इतना वेतन दे सकता है तो हिमाचल क्यों नहीं.  सरकार आशा वर्करों की विभिन्न समस्याओं का भी समाधान भी सरकार जल्द से जल्द करे.

asha worker meeting in nahan
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 5:57 PM IST

नाहन: आशा वर्कर यूनियन जिला सिरमौर इकाई की इंटक के बैनर तले नहान में जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई. बैठक में आशा वर्कर्स ने प्रदेश सरकार से आंध्र प्रदेश व दिल्ली की तर्ज पर वेतन देने की गुहार लगाई गई.

चेन्नई से आए पदाधिकारी भी इस बैठक में विशेष रूप से मौजूद रहे. बैठक की अध्यक्षता कर रहे इंटक के जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने कहा कि चेन्नई से आए पदाधिकारी आशा वर्कर्स की समस्याओं व मांगों को लेकर फीडबैक ले रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश व दिल्ली की तर्ज पर हिमाचल में भी आशा वर्करों को 10 या 18 हज़ार रुपए वेतन दिया जाए.

वीडियो.

वर्तमान में आशा वर्करों को बेहद कम मानदेय दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब आंध्र प्रदेश जैसे राज्य आशा वर्करों को इतना वेतन दे सकता है तो हिमाचल क्यों नहीं. सरकार आशा वर्करों की विभिन्न समस्याओं का भी समाधान भी सरकार जल्द से जल्द करे.

वहीं, आशा वर्कर्स ने कहा कि उन्हें बेहद कम वेतन दिया जा रहा है. वेतन भी समय पर नहीं मिल रहा है. ऐसे में उन्हें अपने परिवारों का पालन पोषण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

नाहन: आशा वर्कर यूनियन जिला सिरमौर इकाई की इंटक के बैनर तले नहान में जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई. बैठक में आशा वर्कर्स ने प्रदेश सरकार से आंध्र प्रदेश व दिल्ली की तर्ज पर वेतन देने की गुहार लगाई गई.

चेन्नई से आए पदाधिकारी भी इस बैठक में विशेष रूप से मौजूद रहे. बैठक की अध्यक्षता कर रहे इंटक के जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने कहा कि चेन्नई से आए पदाधिकारी आशा वर्कर्स की समस्याओं व मांगों को लेकर फीडबैक ले रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश व दिल्ली की तर्ज पर हिमाचल में भी आशा वर्करों को 10 या 18 हज़ार रुपए वेतन दिया जाए.

वीडियो.

वर्तमान में आशा वर्करों को बेहद कम मानदेय दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब आंध्र प्रदेश जैसे राज्य आशा वर्करों को इतना वेतन दे सकता है तो हिमाचल क्यों नहीं. सरकार आशा वर्करों की विभिन्न समस्याओं का भी समाधान भी सरकार जल्द से जल्द करे.

वहीं, आशा वर्कर्स ने कहा कि उन्हें बेहद कम वेतन दिया जा रहा है. वेतन भी समय पर नहीं मिल रहा है. ऐसे में उन्हें अपने परिवारों का पालन पोषण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Intro:-आशा वर्करों की नाहन में हुई जिला स्तरीय बैठक, विभिन्न मांगों पर की चर्चा
- चेन्नई से आए पदाधिकारियों ने लिया समस्याओं को लेकर फीडबैक
नाहन। आशा वर्कर यूनियन जिला सिरमौर इकाई की इंटक के बैनर तले नहान में जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में आंध्र प्रदेश व दिल्ली की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी आशा वर्करों को वेतन देने की प्रदेश की जयराम सरकार से गुहार लगाई गई। बैठक की अध्यक्षता इंटक के जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने की। जबकि चेन्नई से आए पदाधिकारी भी इस बैठक में विशेष रूप से मौजूद रहे, जिन्हें आशा वर्करों की समस्याओं और मांगों के बारे में अवगत करवाया गया।


Body:इंटक के जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने बताया कि चेन्नई से आए पदाधिकारी आशा वर्करों की समस्याओं व मांगों को लेकर फीडबैक ले रहे हैं, जिसे केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश व दिल्ली की तर्ज पर हिमाचल में भी आशा वर्करों को 10 या 18 हज़ार रुपए वेतन दिया जाए। वर्तमान में आशा वर्करों को बेहद कम मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब आंध्र प्रदेश जैसे राज्य आशा वर्करों को इतना वेतन दे सकता है तो हिमाचल क्यों नहीं। साथ ही आशा वर्करों की विभिन्न समस्याओं का भी समाधान जल्द से जल्द सरकार करें।
बाइट 1 : सुभाष शर्मा, जिला अध्यक्ष इंटक
वही आशा वर्कर ममता आदि का कहना था कि उन्हें बेहद कम वेतन दिया जा रहा है। वेतन भी समय पर नहीं मिल रहा है ऐसे में उन्हें अपने परिवारों का पालन पोषण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी मांग है कि सरकार उन्हें 18000 रुपए वेतन दे, ताकि वह अपने परिवारों का पालन पोषण सही तरीके से कर सकें।
बाइट 2 : ममता, आशा वर्कर


Conclusion:उल्लेखनीय है कि आशा वर्करों को प्रदेश में बेहद कम वेतन मिल रहा है, जिसे बढ़ाने की मांग में लगातार सरकार से कर रही है। अब देखना यह होगा कि सरकार कब तक इनकी पुकार सुनती है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.