करसोग/मंडीः जिला मंडी के उपमंडल करसोग के निचले क्षेत्रों में बुधवार रात से हो रही बारिश और चोटियों पर हुई हल्की बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. बीते 24 घंटों के दौरान रुक-रुक कर हो रही बारिश और बर्फबारी से क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. जिससे उपमंडल के मुख्य बाजारों में बहुत कम लोग ही नजर आए.
वहीं, बारिश और बर्फबारी से किसानों और बागवानों के चेहरे खिल गए हैं. करसोग में हुई अच्छी बारिश के बाद अब किसान रबी सीजन में गेहूं सहित मटर, चना और सरसों की बिजाई कर सकेंगे. बागवानी के लिए भी बारिश और बर्फबारी अमृत के समान है. ठंड पड़ने से अब सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर्स पूरे होने की संभावना बढ़ गई है. इससे आने वाले समय में सेब की पैदावार भी अच्छी रह सकती है.
किसानों-बागवानों को मिली राहत
मौसम विभाग आंकड़े को देखे तो नवम्बर महीने के आखिरी दो सप्ताह किसानों और बागवानों के लिए राहत देने वाले रहे. इस दौरान लंबे समय बाद अच्छी बारिश होने से जमीन में पर्याप्त नमी है. मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों में प्रदेश भर में 11 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. जोकि सामान्य से 1472 फीसदी अधिक है.
प्रदेश में अब तक 18.3 मिलीमीटर हुई बारिश
इस दौरान प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा 0.7 मिलीमीटर बारिश का है. अगर सप्ताह पर के आंकड़े पर गौर करें तो अभी तक प्रदेश 18.3 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. ये सामान्य से 181 फीसदी अधिक है. वहीं, मौसम विभाग ने 2 दिसम्बर तक मौसम पूरी तरह साफ रहने की संभावना जताई है.
मौसम साफ होते ही बिजाई शुरू करेंगे किसान
किसान दिनेश कुमार का कहना है कि किसानों और बागवानों के लिए बारिश किसी वरदान से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि अब बारिश के बाद जमीन में पर्याप्त नमीं होने से किसान गेहूं सहित अन्य फसलों की बिजाई कर पाएंगे. इसी तरह से बागवान भी समय पर बगीचे में कार्य शुरू कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि मौसम साफ होते ही बिजाई का कार्य शुरू किया जाएगा.
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