आनी: जिला में लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते सरकार ने यहां नाइट कर्फ्यू लगा दिया है. ऐसे में आनी एसडीएम ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. चेत सिंह ने कहा कि कोविड 19 लक्षण वाले मरीजों का टेस्ट न करना उनके परिवार और समाज के लोगों पर भारी पड़ सकता है.
सावधानी बरतने की अपील
एसडीएम ने दवा विक्रेताओं और क्लीनिक संचालकों से भी कोरोना लक्षण वाले मरीजों को टेस्ट के लिए प्रोत्साहित करने की अपील की है. एसडीएम ने लोगों से सावधानी बरतने और कोरोना लक्षण दिखने पर जांच कराने की अपील की है.
लक्षण होने पर भी लोग नहीं कर रहे कोरोना टेस्ट
एसडीएम चेत सिंह का कहना है कि लोग परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदारी समझें और कोरोना टेस्ट अवश्य करवाएं. उनका कहना है कि लोगों में ये प्रवृत्ति देखी जा रही है कि कोरोना जैसे लक्षण होने पर लोग दवा विक्रेता से दवा लेकर स्वंय इलाज कर रहे हैं या फिर निजी क्लीनिक में खांसी, जुकाम और बुखार की दवा लेकर इलाज शुरु कर रहे हैं.
एसडीएम की लोगों से टेस्ट करवाने की अपील
एसडीएम ने कहा कि इस तरह की स्थिति में लोग अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं. साथ ही बुजुर्गों, बच्चों और पहले से विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त लोगों के जीवन को भी खतरे में डाल रहे हैं. खुद इलाज करने से कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण कम हो सकते हैं लेकिन परिवार के अन्य लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
मुनाफे के लिए लोगों की जान जोखिम में न डालें
एसडीएम ने दवा विक्रेताओं और क्लीनिक संचालकों से विशेष तौर पर अपील की है कि मुनाफे के लिए लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ न करें, बल्कि मरीजों को सही सलाह दें. कोरोना के लक्षण दिखने पर जांच अवश्य करवाएं और स्वास्थ्य विभाग को भी इससे अवगत करवाएं, क्योंकि सावधानी ही कोरोना से बचाव का तरीका है.
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