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जलती मशाल हाथ में लिए और अश्लील गालियों से भगाई बुरी आत्माएं! जानें..शियाह गांव में सदयाला पर्व का रहस्य - कुल्लू की धार्मिक परंपराएं

गड़सा घाटी के शियाह गांव में देवता जमदग्नि ऋषि के सम्मान में सदयाला पर्व मनाया (SADAYALA FESTIVAL CELEBRATED IN SHIYAH) गया. लोग हाथों में मशालें लेकर और अश्लील जुमलों को गाते हुए गांव की परिक्रमा करते रहे, ऐसी मान्यता है कि इस तरह के जुमलों से आसुरी शक्तियों का वास नहीं (Religious Traditions of Kullu) रहता है

SADAYALA FESTIVAL CELEBRATED IN SHIYAH
शियाह गांव में सदयाला पर्व
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Published : Jan 21, 2022, 2:28 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू की गड़सा घाटी के शियाह गांव में जमदग्नि ऋषि के सम्मान में सदयाला पर्व बड़े धूम-धाम से मनाया गया. इस दौरान (SADAYALA FESTIVAL CELEBRATED IN SHIYAH) पूरा गांव अश्लील गालियों से गूंज उठा और अश्लील गालियों के माध्यम से इलाके में घूम रही बुरी शक्तियों को हारियानों के द्वारा भगाया गया. माना जाता है कि इस दौरान अश्लील गालियां देने से बुरी शक्तियां दूर भाग जाती हैं और महिलाएं भी इन गालियों का बुरा नहीं मानती है.

भारी ठंड के बीच भी ग्रामीण इस परंपरा का हिस्सा बने. देर रात शियाह गांव में यहां के लोग हाथों में जलती हुई मसालें लेकर और अश्लील जुमलों को गाते हुए गांव की परिक्रमा करते रहे. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस तरह के अश्लील जुमलों से क्षेत्र में आसुरी शक्तियों का वास नहीं रहता है और साथ ही क्षेत्र में खुशहाली भी बनी रहती है. हर साल माघ मास में शियाह गांव में देव कारज में इन सभी परंपराओं का निर्वहन किया जाता है. देर रात ढोल नगाड़े की थाप पर शियाह गांव के आराध्य देवता जमदग्नि ऋषि के मंदिर व आसपास के क्षेत्र में इस तरह की परंपरा निभाई गई.

शियाह गांव में सदयाला पर्व मनाया

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि शियाह सदयाला में देवता जमदग्नि के हारियानों (SADAYALA FESTIVAL CELEBRATED IN KULLU) ने ढोल नगाड़ों की थाप पर सदियों से चली आ रही इस परंपरा का निर्वाहन किया. उन्होंने बताया कि देर रात को इस उत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थित होकर देवी देवताओं का आशीर्वाद भी लिया. देवता के मंदिर में सदयाला मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है और इस परंपरा को (Religious Traditions of Kullu) आज की युवा पीढ़ी निभा रही है. उनका कहना है कि इस दौरान ग्रामीण जलती मशालें लेकर अश्लील जुमले गाते हैं और क्षेत्र के लोग इसका बुरा भी नहीं मानते हैं.

ये भी पढे़ं :फास्ट फूड के दौर में देश को पारंपरिक अनाज का स्वाद चखाएगा हिमाचल, कोदा-कावणी और ओगले के गुण जानेंगे देशवासी

कुल्लू: जिला कुल्लू की गड़सा घाटी के शियाह गांव में जमदग्नि ऋषि के सम्मान में सदयाला पर्व बड़े धूम-धाम से मनाया गया. इस दौरान (SADAYALA FESTIVAL CELEBRATED IN SHIYAH) पूरा गांव अश्लील गालियों से गूंज उठा और अश्लील गालियों के माध्यम से इलाके में घूम रही बुरी शक्तियों को हारियानों के द्वारा भगाया गया. माना जाता है कि इस दौरान अश्लील गालियां देने से बुरी शक्तियां दूर भाग जाती हैं और महिलाएं भी इन गालियों का बुरा नहीं मानती है.

भारी ठंड के बीच भी ग्रामीण इस परंपरा का हिस्सा बने. देर रात शियाह गांव में यहां के लोग हाथों में जलती हुई मसालें लेकर और अश्लील जुमलों को गाते हुए गांव की परिक्रमा करते रहे. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस तरह के अश्लील जुमलों से क्षेत्र में आसुरी शक्तियों का वास नहीं रहता है और साथ ही क्षेत्र में खुशहाली भी बनी रहती है. हर साल माघ मास में शियाह गांव में देव कारज में इन सभी परंपराओं का निर्वहन किया जाता है. देर रात ढोल नगाड़े की थाप पर शियाह गांव के आराध्य देवता जमदग्नि ऋषि के मंदिर व आसपास के क्षेत्र में इस तरह की परंपरा निभाई गई.

शियाह गांव में सदयाला पर्व मनाया

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि शियाह सदयाला में देवता जमदग्नि के हारियानों (SADAYALA FESTIVAL CELEBRATED IN KULLU) ने ढोल नगाड़ों की थाप पर सदियों से चली आ रही इस परंपरा का निर्वाहन किया. उन्होंने बताया कि देर रात को इस उत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थित होकर देवी देवताओं का आशीर्वाद भी लिया. देवता के मंदिर में सदयाला मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है और इस परंपरा को (Religious Traditions of Kullu) आज की युवा पीढ़ी निभा रही है. उनका कहना है कि इस दौरान ग्रामीण जलती मशालें लेकर अश्लील जुमले गाते हैं और क्षेत्र के लोग इसका बुरा भी नहीं मानते हैं.

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