कुल्लूः जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर क्षेत्र देव सदन में हिमाचल प्रदेश संस्कृत अकादमी की ओर से पांच दिवसीय ज्योतिष कर्मकांड प्रशिक्षण सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में प्रदेश भर के आचार्य और ज्योतिषियों ने भाग लिया. वहीं, सम्मेलन में शिक्षा, कला, भाषा व संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर भी मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे.
सम्मेलन में उपस्थित आचार्यों को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि ज्योतिष एक विज्ञान और सनातन धर्म की रीढ़ है. कर्मकांड में अनेक प्रकार की व्याधियों का विपत्तियों के निवारण की क्षमता है और ऐसे साक्ष्य प्राय देखने को मिलते हैं. उन्होंने कहा कि समाज में जब कभी भी प्राकृतिक व्याधियों ने जन्म लिया तो यज्ञ हवन इत्यादि से इनका निदान करने के अनेकों उदाहरण हैं.
वहीं, शिक्षा मंत्री ने अकादमी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन से समाज में अध्यात्मवाद का संदेश जाता है जो जीवन के लिए महत्वपूर्ण है. वहीं, परंपराओं को सहेज कर रखना सभी का दायित्व है. एक व्यक्ति को सुसंस्कृत होने के लिए जरूरी है कि वह अपने जीवन में आध्यात्मिकवाद को अपनाएं.
वहीं, संस्कृत अकादमी के सचिव भक्त वत्सल ने कहा कि संस्कृत एक भाषा नहीं है बल्कि हमारी संस्कृति की आत्मा है. इसका संवर्धन करना समय की मांग है. उन्होंने कहा कि हमारे ग्रंथ, पुराण, संस्कृत में लिखे गए जिसका अनुवाद सभी भाषाओं में उपलब्ध है.
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