डलहौजी: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हिमाचल सरकार ने प्रदेश में कर्फ्यू लगा दिया है. सुरक्षा के मद्देनजर राज्य की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. वहीं, जिला चंबा के डलहौजी में भी प्रशासन सतर्क है. लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों से पलायन कर जिला में प्रवेश करने वाले हिमाचली युवाओं के लिए अलग-अलग स्थानों पर आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं.
आइसोलेशन सेंटर में प्रशासन की ओर से बिस्तर, खान-पान सहित अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है. नैनीखड्ड स्कूल में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रह रहे लोगों में एक महिला भी शामिल है. महिला आइसोलेशन सेंटर से भाग गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे कुछ किलोमीटर की दूरी से पकड़ लिया है. महिला पर पुलिस ने केस दर्ज किया है.
जिला के स्कूल, धार्मिक संस्थानों और बड़े-बड़े भवनों में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं. इस सेंटर पर बाहर से आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा. एसडीएम डलहौजी डॉ. मुरारी लाल ने चंबा के प्रवेश द्वार तुन्नू हट्टी में क्वारंटाइन सेंटर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बाहरी राज्यों से आए लोगों को खाना भी उपलब्ध कराया.
वहीं, बाहरी राज्यों से आने वालों पर पुलिस कड़ी नजर बनाए हुए हैं. इसके इलावा तुन्नू हट्टी बैरियर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कर्मचारी भी तैनात किए गए हैं. आइसोलेशन सेंटर में क्वारंटाइन किए गए लोगों पर निगरानी रखने के लिए पुलिस जवानों को भी तैनात किए जाएंगे. इस दौरान एसडीएम ने सभी आइसोलेशन सेंटरों का मुआयना भी किया.
क्या कहते हैं एसडीएम डलहौजी
डॉ. मुरारी लाल ने बताया कि अन्य राज्यों और जिलों से होने वाले पलायन के दृष्टिगत जिले की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. आने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के साथ ही उन्हें अलग-अलग आइसोलेशन सेंटरों में रखा जाएगा.
क्या कहते हैं नैनीखड पंचायत प्रधान
नैनीखड पंचायत प्रधान राकेश कुमार ने बताया कि इन आइसोलेशन सेंटरों में लाए गए लोगों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. प्रशासन की ओर से लोगों को खान-पान सहित अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं दी जा रहा है.