फरीदाबाद: 5 सितंबर को केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग जारी की. इस रैंकिंग में हरियाणा को पूरे देश में 16वां स्थान प्राप्त हुआ. जो हरियाणा बीते साल पूरे देश में तीसरे स्थान पर था उसका 13 पायदान नीचे खिसक जाना बेहद चिंता का विषय है. इसी को लेकर ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने औद्योगिक नगरी फरीदाबाद के उद्यमियों से बात की.
उद्यमियों का कहना है कि सरकार ने बहुत से कामों को ऑनलाइन तो कर दिया है, लेकिन उनकी मॉनिटरिंग ठीक से नहीं हो पा रही है. ऑनलाइन सिस्टम में खामियों के चलते अधिकतर कामों को ऑफलाइन कराना पड़ रहा है, जिसके चलते काफी दिक्कतें आ रही हैं.
'सरकार कर रही पूरी मदद, जल्द होगा रैंकिंग में सुधार'
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हरियाणा की रैंकिंग में काफी गिरावट दर्ज की गई है. रैंकिंग देखकर तो यही लगता है कि हरियाणा में उद्यमियों को काम करने में काफी समस्या आ रही है, लेकिन जब हमने इसको लेकर कुछ और उद्यमियों से बात की तो वो इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते. उनका कहना था कि सरकार की तरफ से उन्हें पूरी मदद दी जा रही है और आने वाले समय में हरियाणा की रैंकिंग में काफी सुधार देखने को मिलेगा.
उद्यमी राकेश कुमार का कहना है कि ईज ऑफ डूइंग में दूसरे प्रदेशों ने हमसे काफी बेहतर किया है. प्रदेश में इंडस्ट्रीज संबंधित समस्याओं के निवारण में सुधार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कई बार पोर्टल बंद होने और अन्य समस्याओं के चलते काम नहीं हो पाता और उसके लिए ऑफिसों के चक्कर लगाने पड़ते हैं.
ऑनलाइन सिस्टम एक बड़ा कारण
हरियाणा के उद्यमी रैंकिंग में गिरावट का सबसे बड़ा कारण ऑनलाइन सिस्टम को मानते हैं. कुछ उद्यमियों का कहना है कि नया बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार अब सारी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी करवाती है और शिकायतें भी ऑनलाइन ली जाती हैं. जिसमें काफी समय बर्बाद हो जाता है. वहीं दूसरी ओर हरियाणा के उद्यमियों को सरकार से उम्मीदें भी काफी हैं. उनका मानना है कि आने वाले समय में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में हरियाणा को संतोषजनक स्थान प्राप्त होगा.
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