चंडीगढ़: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर स्पेशल स्क्रीनिंग के आदेश दिए गए हैं. चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने ये आदेश अधिकारियों को दिए हैं.
एयरपोर्ट पर हो रही यात्रियों की स्क्रीनिंग
वीपी सिंह बदनौर का कहना है कि एयरपोर्ट पर आने वाले हर यात्री की स्क्रीनिंग की जानी चाहिए और इसकी पर्याप्त व्यवस्था की जाए. चीन से ट्रांसफर हो रहे इस वायरस पर चौकसी बरतना बेहद जरूरी है. इसके लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग सिस्टम सेटअप किया जाए और वहां पर टीम को भी तैनात किया जाए. इंटरनेशनल एयरपोर्ट होने से अब विभिन्न देशों के यात्री एयरपोर्ट पर आते-जाते रहते हैं. इसलिए इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. ये वायरस चीन के बाद भी कई दूसरे देशों तक भी जा पहुंचा है.
चीन जाने वाले भारतीय यात्रियों को एडवाइजरी जारी
चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत ने चीन जाने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. भारत द्वारा जारी यात्रा चेतावनी में कहा गया है कि चीन में संक्रामक कोरोना वायरस का पता चला है. 11 जनवरी तक 41 लोग इसकी चपेट में भी आ चुके हैं.
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चीन के वुहान शहर में पढ़ते हैं 500 भारतीय छात्र
बता दें कि वुहान शहर के विश्वविद्यालयों के मेडिकल कॉलेजों में करीब 500 भारतीय छात्र पढ़ते हैं. इनमें से अधिकांश चीनी नववर्ष की छुट्टियों के चलते भारत आने के लिए निकले. इसलिए भारत आने-वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग करना बेहद जरूरी है, ताकि इस बार इसको भारत में फैलने से रोका जा सके.
क्या है कोरोना वायरस?
वायरसों का एक बड़ा समूह है कोरोना जो जानवरों में आम है. अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है. अब एक नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है जिसने सैकड़ों को संक्रमित किया है. माना जा रहा है कि यह संभवतः एक जानवर में शुरू हुआ और मनुष्यों में फैल गया. कोरोना वायरस के लक्षणों में नाक बहना, खांसी, गले में खराश, कभी-कभी सिरदर्द और शायद बुखार शामिल है, जो कुछ दिनों तक रह सकता है. कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों यानी जिनकी रोगों से लड़ने की ताकत कम है ऐसे लोगों के लिए यह घातक है. बुजुर्ग और बच्चे इसके आसान शिकार हैं.
कोरोना वायरस कैसे फैलता है?
कोरोना वायरस के दो रूप हैं- एमईआरएस और सार्स. कोरोना वायरस जानवरों के साथ मानव संपर्क से फैल सकता है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, वैज्ञानिकों को लगता है कि एमईआरएस ने ऊंटों से निकल कर संक्रमित किया था, जबकि सार्स के प्रसार के लिए सिवेट बिल्लियों को दोषी ठहराया गया था. जब वायरस के मानव-से-मानव संचरण की बात आती है, तो अक्सर ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के स्राव के संपर्क में आता है. वायरस कितना वायरल है, इसके आधार पर खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम का कारण बन सकता है. किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है.
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