चंडीगढ़: केंद्र सरकार के आदेश अनुसार शहर के अंदर चलने वाली सभी बस, टैक्सी-कैब, ट्रक को 31 जनवरी 2023 से पहले व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और पैनिक बटन लगवाना चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अनिवार्य किया गया था. लेकिन इस फैसले को सिर्फ सीटीयू बसों पर ही प्रशासन लागू कर पाया है. शहर में चलने वाले बाकि वाहनों पर इस तरह की कोई सुविधा नहीं की गई है.
बता दें चंडीगढ़ परिवहन विभाग के सचिव नितिन यादव की ओर इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है. केंद्र सरकार के निर्देश के तहत इस अधिसूचना से ऑटो, तीन पहिया वाहन और दो पहिया वाहन बाहर होंगे. विभाग द्वारा चालाकों को 31 जनवरी तक जागरूक करने की मुहिम चला रहा था. वहीं प्रशासन द्वारा बिना इस डिवाइस के लगे परमिट नहीं दिए जाने की बात भी कही गई थी. इसे लेकर स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) की तरफ से भी निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
इन सभी तरह की गाड़ियों के साथ सार्वजनिक बसें, सभी प्रकार की टैक्सी-कैब, स्कूल-कॉलेज की बसें, सभी प्रकार के इंस्टीट्यूट के वाहन, कॉरपोरेट ऑफिस के टैक्सी आदि में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) और पैनिक बटन लगवाना अनिवार्य होगा. मंत्रालय की तरफ से मंजूर 15-16 एजेंसी है, जिनके पास से चालक इन डिवाइस को लगवा सकते हैं. अब डिवाइस के लगने के बाद ही गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन, परमिट, रिनुअल, फिटनेस आदि के सर्टिफिकेट दिए जाएंगे. इसके बाद सख्ती शुरू होगी और चालान काटे जाएंगे.
वहीं विभाग के अनुसार जिन गाड़ियों में सवारियां यात्रा करती हैं, उनमें वीएलटीडी और पैनिक बटन लगाना जरूरी 31 जनवरी तक पक्का किया गया था। ताकि महिलाएं और बच्चे जो इनमें सफर करते हैं, इमरजेंसी में उन्हें तुरंत सहायता मिल सके. ऐसे में मौजूदा समय में सिर्फ सीटीयू बसों में ही इसकी सुविधा की गई है. जिसे देखते हुए सिटी के अंडर चलने वाली 438 ac और नॉन ac बसों में ये सभी डिवाइस लगाए जा चुके हैं. वहीं, बाहरी राज्यों में जाने वाली 169 बसों मैं भी इन डिवाइस को लगया जा चुका है. इसके साथ ही सेक्टर 43 में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है.
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कंट्रोल रूम से सभी बसों में लगे टैकर नजर रखे हुए है. इसके साथ ही बसों में सात कैमरा लगाए गए हैं और हर सीट के ऊपर एक पैनिक बटन भी है. जिसे अब एक्टिव कर दिया गया है. परिवहन-सह-पदाधिकारी संयुक्त सचिव परिवहन और मंडल प्रबंधक, निदेशक एवं सीटीयू जीएम प्रद्युम्न सिंह शहर में चल रही 600 के करीब सीटीयू बसों में पहले से ही सुरक्षा सुविधाओं को देखते हुए सभी उपकरण लगाए गए थे. लेकिन उन्हें कम ही ऑपरेट किया जाता था. लेकिन आज की तारीख में सीटीयू का काफी एडवांस किया गया है. वहीं, इस बात का भी खासा ख्याल रखा जा रहा है कि बस में बच्चे या किसी महिला से कोई घटना ना हो इसके लिये कैमरा लगाये गये हैं.
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