भिवानी: जिला प्रशासन की ओर से चुनाव को आसान बनाने के लिए महिला कर्मचारियों की एक टीम बनाई गई है, जो पहले से ही कागजी कार्रवाई को पूरा कर लेगी. क्योंकि इससे पहले तक देखा गया है कि चुनाव टीम में मौजूद पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम कागजी कार्रवाई करने में ही घंटों समय लगा देती थी. लेकिन इस बार भिवानी में ऐसा नहीं होगा. इस बार महिला कर्मचारियों पर आधारित फार्म फिलिंग टीम की ओर से पूरा ये काम पूरा कर लिया जाएगा.
जानकारी के अनुसार प्रत्येक विधानसभा हलके में काम करने वाली महिला कर्मियों को उन्हीं के आस-पास के इलाकों में लगाया गया है. भिवानी जिले के 6 हलकों में करीब 250 महिला कर्मचारियों पर आधारित एफएफटी बनाई गई हैं.
दरअसल लोकसभा चुनाव-2019 को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने को लेकर रविवार को माईक्रो ऑब्जर्वर, पीठासीन व सहायक पीठासीन तथा फार्म फिलिंग इंचार्ज को दो चरणों में चुनाव प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया. चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त जनरल ऑब्जर्वर एमएम नायक तथा भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी एवं उपायुक्त अंशज सिंह ने 1100 से अधिक चुनाव से जुड़े अधिकारियों को चुनाव आयोग के निर्देशों का पालना करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. इस मौके पर एफएफटी टीमों के सदस्यों व प्रभारियों को भी प्रशिक्षण दिया गया. एफएफटी चुनावी अमले को सामान देने से पहले ही आवंटित किए गए महत्त्वपूर्ण फार्म इत्यादि भरने का काम करेगी.
भिवानी जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अंशज सिंह ने बताया कि पीठासीन अधिकारियों पर पड़ने वाले अनावश्यक बोझ को कम करने के लिए यह अनूठी पहल की गई है. वहीं टीम में शामिल महिला कर्मियों ने भी बताया कि जो दायित्व उन्हें दिया गया है, वे उसका निर्वहन करेंगी.
वही टिबड़ेवाल सभागार और वैश्य सीनियर सैकंडरी स्कूल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में चुनाव सामग्री के लेन-देन से लेकर मतदान के बाद ईवीएम व वीवीपैट मशीनें जमा करवाने तक के प्रत्येक काम की हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग दी गई है. जनरल ऑब्जर्वर एमएम नायक ने चुनाव से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निष्पक्ष ढंग से चुनाव करवाने के लिए चुनाव प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी हासिल करें. चुनाव आयोग के निर्देशों के पालन में मतदान करवाएं.
उन्होंने कहा कि समय-समय पर मतदान केन्द्र पर महत्वपूर्ण घटनाओं को निर्धारित प्रोफॉर्मा में अंकित करना भी सुनिश्चित करें. ईवीएम और वीवीपैट की सिलिंग भी सही ढंग से करें और अधिकारी मतदान से पहले और मतदान पश्चात संबंधी जानकारी को बड़ी सजगता व गंभीरता से हासिल करें. ताकि मतदान के दिन किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.