कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र इन दिनों सरकार के विकास के दावों पर आंसू बहाने के मजबूर है. सरकार लगातार विकास के कसीदे पढ़ रही है लेकिन सड़क की हालत पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं. जिनमें थोड़ी सी बारिश होते ही पानी भर जाता है. जिले की मुख्य सड़क पर घुटनों तक पानी भरा हुआ है. सड़कों की हालत ये है कि आप सड़कों पर नाव भी चला सकते हैं.
रोड निर्माण में कौन है रोड़ा ?
आए दिन लोग इस पानी में गिरते रहते हैं. स्कूल जाने वाले बच्चों को यहां से निकलने में काफी परेशानी होती है. इस सड़क के निर्माण कार्य के लिए कई बार टेंडर उठ चुके हैं, लेकिन कभी ग्रीन ट्रिब्यूनल की परमिशन नहीं मिलती तो कभी ठेकेदार का न मिलना, इस सड़क के निर्माण में रोड़ा बना हुआ है.
शहर में प्रवेश करते ही लगभग 5 किलोमीटर तक ये सड़क टूटी हुई है. आए दिन धर्मनगरी में किसी न किसी तीर्थ स्थान पर कोई न कोई कार्यक्रम होता रहता है. लगातार मंत्रियों का आना जाना लगा रहता है लेकिन सभी मंत्री भी इस सड़क पर अपनी गाड़ी में झूला झूलते हुए निकल जाते हैं. किसी का ध्यान इस सड़क पर नहीं पड़ता. थोड़ी सी बारिश होते ही पूरी सड़क तालाब में तब्दील हो जाती है. यहां आने जाने वाले मुसाफिरों को काफी परेशानी होती है.
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सरकार की ये अनदेखी लगातार लोगों की जान को जोखिम में डाल रही है. सरकार ने खाना पूर्ती के लिए सड़क पर ईंट-रोड़े डलवा दिए हैं जो लगातार हादसों को न्यौता दे रहे हैं. दो पहिया वाहन इन पत्थरों पर फिसल जाती है. जिसकी वजह से सड़क पर आए दिन हादसे होते रहते हैं. कई बार लोगों को अपनी जान भी इस सड़क पर हादसे में गवानी है लेकिन सरकार के कान पर कोई जूं नहीं रेंग रही.