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Wrestlers Protest: खेल मंत्री के हस्तक्षेप के बाद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच तेज, 15 जून तक फाइल होगी रिपोर्ट

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण मामले की जांच तेज हो गई है. आंदोलन कर रहे पहलवानों के साथ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की बातचीत के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है.

बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण शरण सिंह
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Published : Jun 8, 2023, 2:33 PM IST

नई दिल्ली: पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण मामले की जांच तेज हो गई है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने जांच तेज कर दी है. दरअसल, पहलवानों ने बुधवार को खेल मंत्री से मुलाकात कर अपना आंदोलन 15 जून तक स्थगित करने पर सहमति जताई थी. खेल मंत्री ने पुलिस को 15 जून तक मामले की जांच रिपोर्ट कोर्ट में फाइल करने के लिए कहा है. 15 जून या उससे पहले दिल्ली पुलिस कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करेगी या आरोप पत्र दाखिल करेगी.

यह है प्रक्रिया: कानून के जानकार साकेत कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार सिंह ने बताया कि आपराधिक मामले में अगर पुलिस आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करती है तो कोर्ट उस पर संज्ञान लेकर ट्रायल चलाती है. वहीं यदि पुलिस कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल कर मामले को बंद करने का अनुरोध करती है तो पीड़ित पक्ष को प्रोटेस्ट पिटीशन फाइल करने का अधिकार होता है. इस पर सुनवाई के बाद अगर कोर्ट को लगता है कि जांच में कमी है तो उसके बारे में सुझाव देते हुए दोबारा जांच करने का आदेश दे सकती है.

पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट मामले में कोई धारा जोड़कर या हटाकर भी ट्रायल शुरू करने का आदेश दे सकती है. ऐसा भी हो सकता है कि पुलिस की ओर से दाखिल रिपोर्ट में कुछ धाराएं जोड़कर या घटाकर ट्रायल चलाने का आदेश कोर्ट दे दे. एडवोकेट ने बताया कि पुलिस की ओर से पेश की गई रिपोर्ट और उसके तथ्यों पर भी यह निर्भर होता है कि कोर्ट क्या निर्देश देता है.

200 लोगों के दर्ज हो चुके हैं बयान: इस मामले में पुलिस ने अब तक करीब 200 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. रिपोर्ट दाखिल करने से पहले अभी और लोगों के बयान दर्ज किए जा सकते हैं. मामले की जांच कर रही एसआईटी ने जिनके बयान दर्ज किए हैं उनमें शिकायतकर्ता, गवाह, बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी, कर्मचारी, कुश्ती संघ के पदाधिकारी, परिवार के सदस्य शामिल हैं.

ये भी पढ़ें: अमित शाह से मिले आंदोलनकारी रेसलर्स, बृजभूषण शरण के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

शिकायतकर्ताओं ने जहां-जहां छेड़छाड़ का आरोप लगाया है उन जगहों पर भी पुलिस गई है. संबंधित सीसीटीवी फुटेज के साथ ही लोगों के बयान जुटाए. पुलिस टीम बृजभूषण के दिल्ली और गोंडा स्थित घर से भी सबूत जुटा चुकी है. मामला बेहद संवेदनशील है. इसलिए पुलिस तकनीक का भी भरपूर उपयोग कर रही है, जिनमें कॉल डिटेल रिकॉर्ड, फोटो और वीडियो फुटेज अहम है.

ये भी पढ़ें: Wrestlers Protest : खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ खिलाड़ियों की बातचीत खत्म, 15 जून तक नहीं होगा कोई प्रोटेस्ट

नई दिल्ली: पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण मामले की जांच तेज हो गई है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने जांच तेज कर दी है. दरअसल, पहलवानों ने बुधवार को खेल मंत्री से मुलाकात कर अपना आंदोलन 15 जून तक स्थगित करने पर सहमति जताई थी. खेल मंत्री ने पुलिस को 15 जून तक मामले की जांच रिपोर्ट कोर्ट में फाइल करने के लिए कहा है. 15 जून या उससे पहले दिल्ली पुलिस कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करेगी या आरोप पत्र दाखिल करेगी.

यह है प्रक्रिया: कानून के जानकार साकेत कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार सिंह ने बताया कि आपराधिक मामले में अगर पुलिस आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करती है तो कोर्ट उस पर संज्ञान लेकर ट्रायल चलाती है. वहीं यदि पुलिस कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल कर मामले को बंद करने का अनुरोध करती है तो पीड़ित पक्ष को प्रोटेस्ट पिटीशन फाइल करने का अधिकार होता है. इस पर सुनवाई के बाद अगर कोर्ट को लगता है कि जांच में कमी है तो उसके बारे में सुझाव देते हुए दोबारा जांच करने का आदेश दे सकती है.

पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट मामले में कोई धारा जोड़कर या हटाकर भी ट्रायल शुरू करने का आदेश दे सकती है. ऐसा भी हो सकता है कि पुलिस की ओर से दाखिल रिपोर्ट में कुछ धाराएं जोड़कर या घटाकर ट्रायल चलाने का आदेश कोर्ट दे दे. एडवोकेट ने बताया कि पुलिस की ओर से पेश की गई रिपोर्ट और उसके तथ्यों पर भी यह निर्भर होता है कि कोर्ट क्या निर्देश देता है.

200 लोगों के दर्ज हो चुके हैं बयान: इस मामले में पुलिस ने अब तक करीब 200 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. रिपोर्ट दाखिल करने से पहले अभी और लोगों के बयान दर्ज किए जा सकते हैं. मामले की जांच कर रही एसआईटी ने जिनके बयान दर्ज किए हैं उनमें शिकायतकर्ता, गवाह, बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी, कर्मचारी, कुश्ती संघ के पदाधिकारी, परिवार के सदस्य शामिल हैं.

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शिकायतकर्ताओं ने जहां-जहां छेड़छाड़ का आरोप लगाया है उन जगहों पर भी पुलिस गई है. संबंधित सीसीटीवी फुटेज के साथ ही लोगों के बयान जुटाए. पुलिस टीम बृजभूषण के दिल्ली और गोंडा स्थित घर से भी सबूत जुटा चुकी है. मामला बेहद संवेदनशील है. इसलिए पुलिस तकनीक का भी भरपूर उपयोग कर रही है, जिनमें कॉल डिटेल रिकॉर्ड, फोटो और वीडियो फुटेज अहम है.

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