नई दिल्ली: इन दिनों दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में नर्सरी से तीसरी क्लास तक के लिए दाखिला प्रक्रिया चल रही है. जिसमें नर्सरी में 3 वर्ष से अधिक छात्र दाखिला ले सकेंगे.
दाखिला प्रक्रिया 18 मार्च दोपहर एक बजे तक चलेगी. छात्रों का चयन संबंधित स्कूल में लकी ड्रॉ के जरिए किया जाएगा. वहीं 23 मार्च को सुबह 11 बजे ईडब्ल्यूएस/ डीजी कैटेगरी के तहत इस आवेदन का लकी ड्रा किया जाएगा. इसके अलावा जनरल कैटेगरी और सिबलिंग का लकी ड्रा 25 मार्च को सुबह 11बजे होगा. चयनित छात्र और वेटिंग लिस्ट में आए छात्रों की सूची बनाकर 27 मार्च को संबंधित स्कूल को 11 बजे तक डिस्पले बोर्ड में लगाना होगा.
उम्र सीमा भी निर्धारित
एडमिशन के लिए शिक्षा निदेशालय द्वारा ऐज क्राइटेरिया भी निर्धारित की गई है. वहीं इन स्कूलों में एडमिशन के लिए अभिभावक का दिल्ली का निवासी होना अनिवार्य है. बता दें कि दिल्ली में पांच स्कूल ऑफ एक्सीलेंस है. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में लकी ड्रॉ के बाद चयनित छात्र को 28 मार्च से 30 मार्च के दौरान सुबह 9:00 बजे से 1:00 बजे तक डॉक्यूमेंट जमा और वेरीफिकेशन करा सकेंगे. इसके अलावा अगर सीट खाली रही तो 1 अप्रैल से 4 अप्रैल तक सुबह 9 बजे से 1बजे तक एडमिशन ले सकेंगे. शिक्षा निदेशालय ने स्कूल ऑफ एक्सीलेंस एडमिशन के लिए उम्र सीमा भी निर्धारित की है जिसकी अधिक जानकारी अभिभावक शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर मौजूद है. इसके अलावा ईडब्ल्यूएस डीजे और चाइल्ड विद स्पेशल नीड को लेकर कुछ प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई हैं.
एडमिशन के दौरान दिखाने होंगे यह प्रूफ
एडमिशन के लिए अभिभावक के पास राशन कार्ड जिसमें अभिभावक के साथ बच्चे का नाम लिखा हो, डोमिसाइल सर्टिफिकेट, पहचान पत्र, बिजली बिल, एमटीएनएल बिल, पानी का बिल, अभिभावक या बच्चे के नाम का आधार कार्ड, अभिभावक या बच्चे का नाम का पासपोर्ट आदि में से कोई एक प्रूफ चाहिए होगा. इसके अलावा छात्र के जन्म प्रमाण पत्र के प्रूफ के तौर पर नगर निगम या संबंधित विभाग द्वारा जारी किया गया हो. वहीं अगर अभिभावक ने छात्र का ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के तहत आवेदन किया है तो उन्हें उस दौरान रेवेन्यू विभाग द्वारा इनकम सर्टिफिकेट जारी क्या होना चाहिए जिसमें अभिभावक की आय एक लाख से कम हो. वहीं अगर छात्र के एडमिशन सीडब्ल्यूएसएन कैटेगरी में लिया है तो अस्पताल से जारी किया गया विकलांगता प्रमाणपत्र दिखाना होगा.
लकी ड्रॉ के जरिए होगा चयन
बता दें कि छात्रों का चयन लकी ड्रॉ के जरिए किया जाएगा. यह लकी ड्रॉ अभिभावक और एसएमसी सदस्यों की मौजूदगी में किया जाएगा. बता दें कि स्कूल प्रशासन किसी भी छात्र, अनाथ, दिव्यांग, शरणार्थी या रिफ्यूजी आदि छात्रों को एडमिशन के दौरान जरूरी कागज ना होने के कारण एडमिशन देने से इंकार नहीं कर सकता है.