नई दिल्लीः द्वारका जिले की एंटी नारकॉटिक्स पुलिस की टीम (Dwarka Anti Narcotics Police Team) ने एक ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा करते हुए नाइजीरियन किंगपिन सहित एक इंडियन सप्लायर को भी गिरफ्तार (Drug smuggler arrested in Dwarka Anti Narcotics Police Team) किया है. डीसीपी एम. हर्षवर्धन के अनुसार, इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमन सिंह और Babashola Titus Odumosu के रूप में हुई है. ये उत्तम नगर के जीवन पार्क और नाइजीरिया के रहने वाले हैं. इनके पास से 10.7 ग्राम कोकीन और नशे के कारोबार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा मोबाइल फाेन बरामद किया गया है.
डीसीपी ने बताया कि जिले में अवैध ड्रग्स की ट्रैफिकिंग पर लगाम लगाने के लिए एसीपी राम अवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर सुभाष चंद के नेतृत्व में एएसआई विनोद, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश, महिला हेड कॉन्स्टेबल सोनू और अन्य की टीम का गठन किया गया था. पुलिस टीम सूत्रों को सक्रिय कर जिले में नशे के कारोबारियों के बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. इसी क्रम में पुलिस को सूत्रों से एक ड्रग ट्रेफिकर अमन के बारे में सूचना मिली. सूत्रों ने बताया कि वो ड्रग्स के साथ उत्तम नगर के जीवन पार्क में आने वाला है. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने ट्रैप लगा कर उसे दबोच लिया.
हालांकि इस दौरान उसने भागने की भी कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया. तलाशी लेने में एक पॉलिथीन में सफेद रंग का पदार्थ बरामद किया गया. जांच में कोकीन होने की पुष्टि हुई. जिसे जब्त कर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. सख्ती से पूछताछ में उसने बताया की वो इवेंट ऑर्गनाइज़ करता है, जिसमें नाइजीरियन किंगपिन (nigerian drug smugglers) बाबाशोला और जॉन के संपर्क में आया. उसने बताया कि बिजनेस में नुकसान होने पर उसने अपने नाइजीरियन दोस्तों से आर्थिक मदद मांगी. जिस पर बाबाशोला के दोस्त जॉन ने दुबई से कोकीन का कंसाइनमेंट लाने पर पांच हजार डॉलर देने का ऑफर दिया.
इसे भी पढ़ेंः दिल्ली-एनसीआर से लेकर पंजाब तक अवैध हथियार की तस्करी, दो आरोपी गिरफ्तार
जिसे उसने स्वीकार कर लिया और जून में दुबई गया. वहां से 2.5 किलोग्राम कोकीन लेकर आया. जिसके बाद दोनों आरोपी अंडर ग्राउंड हो गए. बाबाशोला बैंगलोर भाग गया. पुलिस ने बाबाशोला के ठिकानों पर छापेमारी की जहां से उन्हें दो पासपोर्ट की कॉपी मिली. नाईजीरियन किंगपिन की तलाश में पुलिस बैंगलोर पहुंची. पुलिस टीम लगातार उसके मूवमेंट को ट्रैक करने में लगी हुई थी. पुलिस को पता चला की बाबाशोला इंडिया से फरार होने की कोशिश में है. आखिरकार पुलिस को उसके बारे में जानकारी मिली और उसे मुम्बई एयरपोर्ट से दबोच लिया. उसके पास से ऑरिजिनल पासपोर्ट के साथ फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किया गया.
पूछताछ में उसने बताया कि 2008 में वो टूरिस्ट वीजा पर इंडिया आया था और साउथ दिल्ली में अफ्रीकनों द्वारा चलाये जा रहे ठगी के एक रैकेट में शामिल हो गया. इस दौरान ठगी के मामले में वसंत विहार पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. फरार रहने की वजह से भगौड़ा भी घोषित किया गया था. दूसरी बार वो नेपाल के रास्ते इंडिया आया और दिल्ली के चंदर विहार में रहने लगा. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ डाबड़ी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर (Anti Narcotics team arrested two drug smugglers) लिया है. आगे की जांच में जुट कर सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है.