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मध्य प्रदेश सरकार का यह आदेश सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल, जानिए किस बात को लेकर हो रही चर्चा

एमपी सरकार ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें लिखा था कि प्रदेश सरकार सेक्स वर्करों को वैक्सीन लगवाएगी. सरकार के इस आदेश के जारी होने के बाद जमकर सोशल मीडिया पर बवाल हो गया. बवाल सरकार के आदेश में सेक्स वर्कर लिखने से हुआ. इसके बाद आनन-फानन में अपने आदेश में परिवर्तन कर दोबारा आदेश जारी किया. जिसमें सेक्स वर्कर की जगह सैलून वर्कर किया गया. इस मामले पर कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार को घेरा.

मध्य प्रदेश
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Published : May 30, 2021, 10:54 PM IST

भोपाल : मध्य प्रदेश लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से रविवार को एक अजीबोगरीब आदेश जारी किया गया है. इसमें सेक्स वर्कर को उच्च जोखिम समूह के अंतर्गत मानते हुए प्राथमिकता के साथ टीकाकरण करने के आदेश दिया गया. इस आदेश से संबंधित पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया.

वहीं इस आदेश के जारी होने के चंद घंटों बाद नया संशोधन आदेश जारी किया, जिसमें सेक्स वर्कर की जगह सैलून वर्कर लिखा गया. जब इस संबंध में आगर मालवा जिले के जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएस मालवीय से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि आदेश में प्रिंट मिस्टेक हुआ था सेलून वर्कर की जगह त्रुटिवश सेक्स वर्कर लिखा गया. बाद में एक और संशोधित आदेश प्राप्त हुआ है. इस मामले पर कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार को घेरा.

  • इसलिए हुआ बवाल, सरकार ने बदला आदेश

सरकार ने आदेश जारी करते हुए लिखा कि उच्च जोखिम समूह में उचित मूल्य दुकान के विक्रेता, सिलेंडर सप्लाई करने वाले, पेट्रोल पंप स्टाफ, घर के काम वाली महिलाएं, किराना दुकान व्यापारी, सब्जी गल्ला मंडी के विक्रेता, हाथ ठेला वाले, दूध वाले, वाहन चालक, साइट मजदूर, मॉल होटल रेस्टोरेंट में कार्यरत स्टाफ, शिक्षक, केमिस्ट बैंक का सुरक्षा गार्ड, सेक्स वर्कर को वैक्सीन लगाई जाएगी. हालांकि बवाल मचते देख स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग ने अपने आदेश को संशोधित करते हुए सेक्स वर्कर को हटा कर हेयर सैलून वर्कर को शामिल कर लिया.

सरकार का आदेश
सरकार का आदेश
  • संसोधित आदेश से हटाया सेक्स वर्कर

सरकार ने नया संसोधित आदेश जारी किया. जिसमें सेक्स वर्कर की जगह सैलून वर्कर लिखा. इस मामले में आगर मालवा के जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएस मालवीय ने बताया कि आदेश में प्रिंट मिस्टेक हुआ था सेलून वर्कर की जगह त्रुटिवश सेक्स वर्कर लिखा गया. बाद में एक और संशोधित आदेश प्राप्त हुआ है.

सरकार का आदेश
सरकार का आदेश

पढ़ें - जून से Covishield की 10 करोड़ खुराक की आपूर्ति करेगा सीरम इंस्टीट्यूट

  • आदेशानुसार उच्च जोखिम समूह को दी जाएगी प्राथमिकता

कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सर्वाधिक जोखिम वाले समूह की सूची बनाकर उनका टीकाकरण कराने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश के सभी कलेक्टर को जारी निर्देश में कहा गया है कि 100 फीसदी ऑन साइट रजिस्ट्रेशन आधारित सत्र चलाए जाएं. इसमें उचित मूल्य की दुकानों के विक्रेताओं, सिलेंडर सप्लाई करने वाले, पेट्रोल पंप स्टॉफ, घर में काम करने वाली महिलाएं, सब्जी-गल्ला मंडी के विक्रेता, होटल रेस्टोरेंट में काम करने वाला स्टॉफ, केमिस्ट, बैंककर्मी, सुरक्षा गार्ड और सेक्स वर्कर का टीकाकरण कराया जाएं. यह निर्देश मंत्री समूह की पहली बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर लिया गया हैं. खासतौर पर सेक्स वर्कर्स का मध्य प्रदेश में लाइसेंस नहीं हैं, लेकिन जारी आदेश में सेक्स वर्कर्स के लिए प्राथमिकता तय की गई हैं. इन्हें उच्च जोखिम समूह माना गया है.

  • मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा 'बेशर्म सरकार'

सेक्स वर्कर के आदेश के बाद कांग्रेस ने सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया. ट्वीट में लिखा कि 'मध्यप्रदेश में सेक्स वर्कर को पहले वैक्सीन, — कहीं ये बीजेपी नेताओं की विशेष मांग पर तो नहीं ? शिवराज जी, वरीयता तय करिए पर लज्जा बनी रहे, वैसे भी अब जनता बीजेपी नेताओं के गिरते चरित्र से भलीभांति परिचित है. 'बेशर्म सरकार'

भोपाल : मध्य प्रदेश लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से रविवार को एक अजीबोगरीब आदेश जारी किया गया है. इसमें सेक्स वर्कर को उच्च जोखिम समूह के अंतर्गत मानते हुए प्राथमिकता के साथ टीकाकरण करने के आदेश दिया गया. इस आदेश से संबंधित पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया.

वहीं इस आदेश के जारी होने के चंद घंटों बाद नया संशोधन आदेश जारी किया, जिसमें सेक्स वर्कर की जगह सैलून वर्कर लिखा गया. जब इस संबंध में आगर मालवा जिले के जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएस मालवीय से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि आदेश में प्रिंट मिस्टेक हुआ था सेलून वर्कर की जगह त्रुटिवश सेक्स वर्कर लिखा गया. बाद में एक और संशोधित आदेश प्राप्त हुआ है. इस मामले पर कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार को घेरा.

  • इसलिए हुआ बवाल, सरकार ने बदला आदेश

सरकार ने आदेश जारी करते हुए लिखा कि उच्च जोखिम समूह में उचित मूल्य दुकान के विक्रेता, सिलेंडर सप्लाई करने वाले, पेट्रोल पंप स्टाफ, घर के काम वाली महिलाएं, किराना दुकान व्यापारी, सब्जी गल्ला मंडी के विक्रेता, हाथ ठेला वाले, दूध वाले, वाहन चालक, साइट मजदूर, मॉल होटल रेस्टोरेंट में कार्यरत स्टाफ, शिक्षक, केमिस्ट बैंक का सुरक्षा गार्ड, सेक्स वर्कर को वैक्सीन लगाई जाएगी. हालांकि बवाल मचते देख स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग ने अपने आदेश को संशोधित करते हुए सेक्स वर्कर को हटा कर हेयर सैलून वर्कर को शामिल कर लिया.

सरकार का आदेश
सरकार का आदेश
  • संसोधित आदेश से हटाया सेक्स वर्कर

सरकार ने नया संसोधित आदेश जारी किया. जिसमें सेक्स वर्कर की जगह सैलून वर्कर लिखा. इस मामले में आगर मालवा के जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसएस मालवीय ने बताया कि आदेश में प्रिंट मिस्टेक हुआ था सेलून वर्कर की जगह त्रुटिवश सेक्स वर्कर लिखा गया. बाद में एक और संशोधित आदेश प्राप्त हुआ है.

सरकार का आदेश
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पढ़ें - जून से Covishield की 10 करोड़ खुराक की आपूर्ति करेगा सीरम इंस्टीट्यूट

  • आदेशानुसार उच्च जोखिम समूह को दी जाएगी प्राथमिकता

कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सर्वाधिक जोखिम वाले समूह की सूची बनाकर उनका टीकाकरण कराने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश के सभी कलेक्टर को जारी निर्देश में कहा गया है कि 100 फीसदी ऑन साइट रजिस्ट्रेशन आधारित सत्र चलाए जाएं. इसमें उचित मूल्य की दुकानों के विक्रेताओं, सिलेंडर सप्लाई करने वाले, पेट्रोल पंप स्टॉफ, घर में काम करने वाली महिलाएं, सब्जी-गल्ला मंडी के विक्रेता, होटल रेस्टोरेंट में काम करने वाला स्टॉफ, केमिस्ट, बैंककर्मी, सुरक्षा गार्ड और सेक्स वर्कर का टीकाकरण कराया जाएं. यह निर्देश मंत्री समूह की पहली बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर लिया गया हैं. खासतौर पर सेक्स वर्कर्स का मध्य प्रदेश में लाइसेंस नहीं हैं, लेकिन जारी आदेश में सेक्स वर्कर्स के लिए प्राथमिकता तय की गई हैं. इन्हें उच्च जोखिम समूह माना गया है.

  • मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा 'बेशर्म सरकार'

सेक्स वर्कर के आदेश के बाद कांग्रेस ने सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया. ट्वीट में लिखा कि 'मध्यप्रदेश में सेक्स वर्कर को पहले वैक्सीन, — कहीं ये बीजेपी नेताओं की विशेष मांग पर तो नहीं ? शिवराज जी, वरीयता तय करिए पर लज्जा बनी रहे, वैसे भी अब जनता बीजेपी नेताओं के गिरते चरित्र से भलीभांति परिचित है. 'बेशर्म सरकार'

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