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Bihar News: बिहार में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय हेराफेरी का मामला, पाकिस्तान से जुड़े तार- ADG मुख्यालय - international financial fraud link to pakistan

एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने जानकारी दी है कि सिवान से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय हेराफेरी का धंधा चल रहा था. इसमें बैंकों की मिली भगत की बात भी सामने आई है. साइबर सेल में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है. कई देशों से इसके तार भी जुड़ने की बात सामने आ रही है. पढ़ें पूरी खबर..

एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार
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Published : Jun 12, 2023, 7:52 PM IST

एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार

पटना: सिवान जिले में विदेशी करेंसी की हेराफेरी का मामला प्रकाश में आया है. सिवान पुलिस की कार्रवाई में कई तथ्य सामने आए हैं. पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी तार जुड़ रहे हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले को खंगाल रही है कि किस तरीके से बैंकों के साथ मिलीभगत के जरिए वित्तीय हेराफेरी का काम चल रहा था. एडीजी मुख्यालय ने मामले का खुलासा किया है.

पढ़ें- NIA ने बिहार से युवक को किया गिरफ्तार, पाकिस्तान से कनेक्शन की जांच जारी

बिहार में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय हेराफेरी: एडीजी मुख्यालय जी एस गंगवार ने कहा कि बिहार पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. विदेशी मुद्रा के अवैध लेन देन के संबंध में में कई धाराओं में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. सिवान जिले के भगवान हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मा स्थान में पुलिस ने हरेंद्र सिंह के घर पर गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की.

"हरेंद्र सिंह, शेख कलीम, राजेश कुमार और मनु कुमार को तत्काल गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक रिवाल्वर, 18 गोली, 1 कार, 19 डेबिड कार्ड, 1 क्रेडिट कार्ड, 1 रायफल, 267000 कैश और कैमरा इत्यादि बरामद किए गए हैं. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी के हरेंद्र सिंह के यहां गोपालगंज से कुछ लोग आकर विदेशी मुद्रा का हिसाब-किताब कर रहे हैं."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी मुख्यालय

विदेशों से पैसा मंगवाने के लिए ग्रामीणों के नाम खोले गए अकाउंट: एडीजी मुख्यालय ने आगे बताया कि कल ही इस मामले में विस्तृत एफआईआर हुई है कि गांव के कई लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर उनके अकाउंट को म्यूल अकाउंट डिक्लेयर किया जाता है. ऐसे अकाउंट को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है. गांव के लोगों के नाम से अकाउंट खुलाया गया और उस अकाउंट में विदेशों से पैसे आते थे. फिर उसे कन्वर्ट करके पाकिस्तान या फिर अन्य दूसरे देशों में भेजा जाता था.

पाकिस्तान से जुड़े तार: जितेंद्र गंगवार ने आगे बताया कि अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट प्रतीत हो रहा है. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है. बैंकों के अधिकारियों के साथ भी पुलिस बैठक कर तथ्य को सामने लाने की कोशिश में है. गिरफ्तार लोगों से भी पूछताछ चल रही है. हम इस बात को पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरीके से भोले भाले लोगों के जरिए पैसे को पाकिस्तान या दूसरे देशों में भेजा जा रहा था और उसका उद्देश्य क्या था.

इन सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस: ये रैकेट कैसे चल रहा है, कितनी राशि है, कितने अकाउंट हैं. कब से यह काम कर रहा है? किन-किन बैंक में खाते खुलवाए गए? जिन व्यक्तियों के नाम से खाते खुलवाए गए उनको क्या बताया गया? धारा 164 में बयान दर्ज किया जा सकता है. मामला फिलहाल वित्तीय लेनदेन का ही प्रतीत हो रहा है. गहन पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार

पटना: सिवान जिले में विदेशी करेंसी की हेराफेरी का मामला प्रकाश में आया है. सिवान पुलिस की कार्रवाई में कई तथ्य सामने आए हैं. पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी तार जुड़ रहे हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले को खंगाल रही है कि किस तरीके से बैंकों के साथ मिलीभगत के जरिए वित्तीय हेराफेरी का काम चल रहा था. एडीजी मुख्यालय ने मामले का खुलासा किया है.

पढ़ें- NIA ने बिहार से युवक को किया गिरफ्तार, पाकिस्तान से कनेक्शन की जांच जारी

बिहार में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय हेराफेरी: एडीजी मुख्यालय जी एस गंगवार ने कहा कि बिहार पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. विदेशी मुद्रा के अवैध लेन देन के संबंध में में कई धाराओं में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. सिवान जिले के भगवान हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मा स्थान में पुलिस ने हरेंद्र सिंह के घर पर गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की.

"हरेंद्र सिंह, शेख कलीम, राजेश कुमार और मनु कुमार को तत्काल गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से एक रिवाल्वर, 18 गोली, 1 कार, 19 डेबिड कार्ड, 1 क्रेडिट कार्ड, 1 रायफल, 267000 कैश और कैमरा इत्यादि बरामद किए गए हैं. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी के हरेंद्र सिंह के यहां गोपालगंज से कुछ लोग आकर विदेशी मुद्रा का हिसाब-किताब कर रहे हैं."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी मुख्यालय

विदेशों से पैसा मंगवाने के लिए ग्रामीणों के नाम खोले गए अकाउंट: एडीजी मुख्यालय ने आगे बताया कि कल ही इस मामले में विस्तृत एफआईआर हुई है कि गांव के कई लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर उनके अकाउंट को म्यूल अकाउंट डिक्लेयर किया जाता है. ऐसे अकाउंट को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है. गांव के लोगों के नाम से अकाउंट खुलाया गया और उस अकाउंट में विदेशों से पैसे आते थे. फिर उसे कन्वर्ट करके पाकिस्तान या फिर अन्य दूसरे देशों में भेजा जाता था.

पाकिस्तान से जुड़े तार: जितेंद्र गंगवार ने आगे बताया कि अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट प्रतीत हो रहा है. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है. बैंकों के अधिकारियों के साथ भी पुलिस बैठक कर तथ्य को सामने लाने की कोशिश में है. गिरफ्तार लोगों से भी पूछताछ चल रही है. हम इस बात को पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरीके से भोले भाले लोगों के जरिए पैसे को पाकिस्तान या दूसरे देशों में भेजा जा रहा था और उसका उद्देश्य क्या था.

इन सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस: ये रैकेट कैसे चल रहा है, कितनी राशि है, कितने अकाउंट हैं. कब से यह काम कर रहा है? किन-किन बैंक में खाते खुलवाए गए? जिन व्यक्तियों के नाम से खाते खुलवाए गए उनको क्या बताया गया? धारा 164 में बयान दर्ज किया जा सकता है. मामला फिलहाल वित्तीय लेनदेन का ही प्रतीत हो रहा है. गहन पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

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