रांची: आईएएस पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक और सीए सुमन कुमार से ईडी ने गुरुवार को भी लंबी पूछताछ की. वहीं गुरुवार को ही ईडी की पांच सदस्यीय टीम ने सरावगी बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानें पर भी छापेमारी की. गुरुवार शाम तक चली छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने बिल्डर आलोक सरावगी से पूछताछ की. वहीं उनके पिता गणेश सरावगी का भी बयान दर्ज करना चाहा, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण गणेश सरावगी से पूछताछ नहीं हो पायी.
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आईएएस पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा ने मनी लाउंड्रिंग के अर्जित करोड़ों रुपए पल्स सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के लिए जमीन की खरीद और निर्माण में खर्च किए थे. ईडी सूत्रों के मुताबिक, बिल्डर आलोक सरावगी के यहां छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण कागजात, बैंक खातों की डिटेल्स और निवेश संबंधी कागजात ईडी ने जब्त किए हैं. ईडी के अधिकारियों ने कोर्ट को जानकारी दी है कि आलोक सरावगी के यहां छापेमारी के दौरान जो सबूत व जानकारियां मिली हैं, उनके हिसाब से नए सिरे से सुमन कुमार, पूजा सिंघल और अभिषेक झा से पूछताछ की जानी है.
आमने सामने बैठाकर पूछताछ: गुरुवार दोपहर 1.30 बजे के बाद इन्हीं पहलूओं पर ईडी ने तीनों आरोपियों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की. इससे पूर्व जांच में यह बात सामने आयी थी कि सरावगी बिल्डर्स से ही अभिषेक झा ने पल्स अस्पताल के लिए बरियातू स्थित जमीन की खरीद की थी. इससे पहले यह जमीन रूंगटा परिवार के कब्जे में थी, हालांकि पूरी जमीन आदिवासी भूईंहरी नेचर का है.
पूजा को लाया गया ईडी कार्यालय: दिन के तकरीबन 11 बजे पूजा सिंघल को होटवार जेल से ईडी के जोनल कार्यालय लाया गया था. ईडी कार्यालय लाए जाने के बाद उन्होंने बीपी, घबड़ाहट की शिकायत की, जिसके बाद सदर अस्पताल के डॉ आरके जायसवाल को ईडी कार्यालय जांच के लिए बुलाया गया. जांच के बाद ईडी कार्यालय से निकले डॉ जायसवाल ने मीडिया को बताया कि पूजा सिंघल को बीपी की शिकायत हो रही थी, लेकिन उन्होंने उनकी काउंसेलिंग की, कोई परेशानी की बात नहीं है.
अभिषेक पूछताछ के बाद लौटे घर: डॉक्टर ने कहा कि पूजा सिंघल घबरायी हुई थीं, वहीं पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा दिन के 10.30 बजे ईडी कार्यालय पहुंच गए थे. कई सारे कागजातों के साथ उन्हें ईडी ने बुलाया था. दिन में एक बार ईडी के अधिकारियों के साथ वह कहीं बाहर भी निकले थे, शाम 4.30 बजे पूछताछ के बाद वह वापस लौट गए. जबकि तब तक पूजा सिंघल से पूछताछ जारी थी.
बरामद नोट में कुछ नकली भी: ईडी सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान बरामद कुल 19.31 करोड़ में तकरीबन 4700 रुपये के नोट नकली है. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, कैश कहां से आए थे, इन मामलों की जांच में आए सारे तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
क्या है पूरा मामला: इससे पहले 6 मई को सुबह-सुबह ईडी की टीम ने पूजा सिंघल और उनके करीबियों के देश भर में मौजूद तकरीबन 25 ठिकानों पर दबिश दी. मामला झारखंड मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिग से जुड़ा था, जिसमें संदेह के घेरे में झारखंड की सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल भी थी. कई ठिकानों से दस्तावेज जब्त किए गए. उसी दिन पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार के घर और दफ्तर पर भी छापा पड़ा, जहां से ईडी ने 19 करोड़ कैश बरामद किए. सीए सुमन कुमार के घर से कैश के साथ-साथ ईडी की टीम सीए सुमन कुमार और उसके भाई पवन कुमार को अपने साथ ले गई.
7 मई को सुबह ईडी ने पूछताछ के बाद पवन कुमार को छोड़ दिया, जबकि सीए सुमन कुमार से पूछताछ जारी रही. शाम होते होते ईडी ने सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर उसे रिमांड पर ले लिया. 8 मई से लेकर 11 मई तक ईडी ने कभी बारी-बारी से तो कभी एक साथ बिठाकर सीए सुमन कुमार, आईएएस पूजा सिंघल और उसके पति के साथ पूछताछ की. बुधवार शाम 11 मई को ईडी ने आईएएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया.