नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में आगे बढ़ते हुए बुधवार को ट्रस्ट की घोषणा कर दी. सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट बनाने के लिए सरकार को तीन महीने का समय दिया था. ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे. एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी और विपक्ष ने ट्रस्ट के एलान के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधा है. इनमें ओवैसी ने तो ट्रस्ट के एलान की तारीख को दिल्ली विधानसभा चुनाव से जोड़ दिया.
ईटीवी भारत ने इस मसले पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से बातचीत की. तोमर ने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा सालों-साल से चला आ रहा था. पिछली सरकारों में से किसी ने भी इस मुद्दे पर कोई पहल नहीं की. आज सरकार ने राम मंदिर बनाने की राह में बड़ा फैसला लिया है और जल्द ही जनता को एक बड़ा और सुनहरा राम मंदिर अयोध्या में मिलने वाला है
विपक्षी दलों के सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा हमेशा से भाजपा के एजेंडे में रहा है. असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तोमर ने कहा कि ओवैसी क्या बोलते हैं, वह खुद नहीं जानते. अच्छी सरकार वह होती है, जो जल्दी निर्णय करती है. पीएम मोदी ने तीन महीने से पहले ट्रस्ट का गठन कर दिया तो इसका श्रेय प्रधानमंत्री को दिया जाना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि ओवैसी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नहीं चाहती थी कि राम मंदिर का निर्माण हो. भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति की पक्षधर नहीं है, बीजेपी हमेशा काम के आधार पर वोट मांगती है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह फैसला समय सीमा के अंदर लिया गया है. यह कोई चुनावी एजेंडा नहीं बल्कि आस्था का प्रश्न था. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने तो भगवान राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठाया था.
फडणवीस ने कहा कि सवाल उठाने वालों से पूछना चाहता हूं कि उन्हें इस फैसले से खुशी है कि नहीं और राम मंदिर बनने से खुशी है या नहीं? शिवसेना ने इस फैसले का स्वागत किया है कि इसकी खुशी है.