Unique tradition of Holi : छत्तीसगढ़ का अनोखा गांव, जहां समय से पहले मनती है होली
कोरिया : जिले के अमरपुर गांव में एक सप्ताह पहले ही होली मनाने की परंपरा है. ये परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है. पूरे भारत में होली का त्यौहार एक सप्ताह बाद मनेगा, वहीं होली के सात दिन पहले ही इस गांव के लोग रंगों में सराबोर हो जाते हैं. यही वजह है कि अमरपुर गांव की होली पूरे भारत में मशहूर है.
होली के पहले होते हैं सारे विधान : यहां हफ्ते भर पहले ही सभी विधि विधान से होली मनाई जाती है. होलिका दहन होता है. उसके बाद रंग गुलाल से होली का उत्सव मनाया जाता है. इस गांव के बुजुर्ग होली के दौरान फाग और भंग के रंग में डूबे नजर आते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि इस गांव में लोग एक सप्ताह पहले ही होली का रंग खेलते हैं. इसके पीछे भी एक बड़ा रहस्य है.
क्यों मनाते हैं ग्रामीण एक सप्ताह पहले होली : गांव वालों का मानना है कि यदि वो इसी तरह एक सप्ताह पहले होली नहीं मनाएंगे तो गांव में आफत आ जाएगी. गांव में या तो दैवीय प्रकोप बरसेगा या फिर पूरा गांव ही समाप्त हो जाएगा. खेतों में फसलें पैदा नहीं होंगी. जमीन का पानी सूख जाएगा. मवेशी अकारण ही मौत के मुंह में चले जाएंगे. यहां के लोग भूख और बीमारी से पीड़ित होंगे. ये सारी बातें गांव वाले पुरखों से सुनते आ रहे हैं. यही वजह है कि पूरी दुनिया में होली का पर्व मनने से पहले ही यहां के बाशिंदे होली का त्यौहार मनाते हैं. इस दौरान सभी लोग घरों में मौजूद देवी देवता की पूजा अर्चना करते हैं.
ये भी पढ़ें- छोटा लेकिन खूंखार जानवर हनी बेजर, कुंवारपुर गांव में दिखा
होली ही नहीं दूसरे त्यौहार भी एक सप्ताह पहले मनाने का चलन : इस गांव में सिर्फ होली ही नहीं बल्कि दूसरे त्यौहार भी पहले ही मनाया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि पूर्वजों के मुताबिक होली के दिन यदि गांव में उत्सव होता था तो गांव में अनहोनी हो जाती थी. ये सिलसिला कई साल तक चला. इसके बाद ग्रामीणों ने किसी की राय पर होली समेत दूसरे त्यौहार समय से पहले ही मनाना शुरु किया. इसके बाद गांव में कभी विपदा नहीं आई. लिहाजा आज भी लोग इसका पालन कर रहे हैं.