बलरामपुर के खुखड़ी की रायपुर से लेकर बिलासपुर तक डिमांड, जानिए क्यों है बेहद खास - Balrampur Semarsot forest Khukhri
🎬 Watch Now: Feature Video
बलरामपुर: बलरामपुर जिले के सेमरसोत जंगल से निकलने वाले खुखड़ी की बाजारों में काफी डिमांड है. शुरुआती बारिश में खुखड़ी के दाम आसमान छूते हैं. हालांकि धीरे-धीरे इसका दाम कम होने लगता है. फिलहाल बलरामपुर के सेमरसोत जंगल का खुखड़ी पांच सौ रुपए किलो बिक रहा है. यहां के जंगल से निकलने वाले खुखड़ी की डिमांड रायपुर और बिलासपुर जैसे शहरों में भी रहती है.
सितंबर तक रहती है भारी डिमांड: दरअसल, बलरामपुर रामानुजगंज जिले के सेमरसोत जंगल में राष्ट्रीय राजमार्ग 343 के किनारे बारिश में खुखड़ी बेचते हुए लोग इन दिनों देखे जा रहे हैं. यहां खरीदार भी भारी संख्या में दिखते हैं. शुरुआती बारिश में जुलाई-अगस्त के माह में जंगलों में बड़ी संख्या में खुखड़ी पुटू निकलता है. फिर सितंबर तक इसकी डिमांड रहती है. इसके बाद सप्लाई दोनों कम हो जाती है. आसपास रहने वाले ग्रामीण जंगल में जाकर खुखड़ी लाते हैं. फिर इसे बेचकर अच्छा मुनाफा कमाते हैं. जंगल के साथ ही खेत और क्यारी के मेढ पर भी खुखड़ी निकलता है.
"सुबह सात बजे से खुखड़ी खोजने जंगल जाते हैं. नौ बजे तक खुखड़ी लेकर वापस आते हैं. उसके बाद सेमरसोत चौराहे पर इसे बेचते हैं. फिलहाल यहां खुखड़ी का रेट पांच सौ रुपए किलो तक चल रहा है. यहां मुख्यतः चार-पांच प्रकार के खुखड़ी पाए जाते हैं, जिनमें टनकश, चिरको, भुडू और सोरवा खुखड़ी हैं. यहां से रायपुर और बिलासपुर तक खुखड़ी पार्सल होता है. यहां के खुखड़ी की काफी डिमांड रहती है." -ओमप्रकाश यादव, खुखड़ी विक्रेता
"हमने सुना कि यहां खुखड़ी मिलता है. यह खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है, इसलिए इतने दूर से हम लोग यहां आए हैं. डिमांड और सप्लाई के अनुसार खुखड़ी का रेट बढ़ते घटते रहता है." -राजू नायक, ग्राहक
स्वाद के चक्कर में लोग पड़ जाते हैं बीमार: दरअसल, बारिश के मौसम में जंगलों में निकलने वाले खुखड़ी पुटू खाने से आए दिन लोगों के बिमार पड़ने के मामले भी सामने आते रहते हैं. खुखड़ी का स्वाद चखने के चक्कर में कई बार लोग बिमार भी हो जाते हैं. स्वाद के चक्कर में परेशानियां भी बढ़ सकती हैं. क्योंकि कई लोग जंगली और असली खुखड़ी को देख पहचान नहीं पाते