दाने-दाने को मोहताज है परिवार, 'आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं'
🎬 Watch Now: Feature Video
जांजगीर-चांपा: पहले दुर्गा प्रसाद यादव के दो बच्चों को भाग्य ने दिव्यांग बना दिया, उस पर गरीबी की मार और पत्नी के कैंसर ने दुर्गा प्रसाद को और लाचार कर दिया. दुर्गा प्रसाद पहले दूसरे के घरों में बर्तन-कपड़े साफ कर गुजारा कर रहे थे, लेकिन दोनों बच्चों की 50 फीसदी से ज्यादा दिव्यांगता और पत्नी के कैंसर ने उन्हें घर से निकलना भी मुश्किल कर दिया. दुर्गा प्रसाद के लिए हालात ऐसे बन गए कि, पत्नी की दवा तो दूर दो दिव्यांग बच्चों के लिए दो वक्त का रोटी जुगाड़ना भी मुश्किल हो गया है.