कवर्धा : छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हुई है.जिसके कारण नदी नाले उफान पर हैं.कई नदियों के किनारों में बाढ़ की स्थिति बन चुकी है.कवर्धा में लगातार हुई बारिश के कारण कई रास्तों में भूस्खलन हुआ है.जिसके कारण रास्ते बंद हैं. जिला प्रशासन ने राहत और बचाव का कार्य शुरु किया है. जिले में शुक्रवार दोपहर से लगातार भारी बारिश हो रही है.बारिश का क्रम अब भी जारी है,जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है.
भूस्खलन से सड़क मार्ग बाधित : भारी बारिश के कारण बजाग- पंडरिया मार्ग में पेड़ गिरने से रास्ता अवरूद्ध हो गया है. वहीं दलदली से बोड़ला मुख्य मार्ग में भूस्खलन होने से चट्टान और मिट्टी सड़क पर आ गए हैं. इससे रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. बाइक और बड़ी गाड़ियों का भी आवागमन नहीं हो पा रहा है. तरेगांव पुलिस और जिला प्रशासन को भूस्खलन को जानकारी दी गई है.लेकिन प्रशासन बारिश रुकने के बाद रोड खोलने की बात कह रही है.
''सभी एसडीएम और तहसीलदार को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. नदी किनारे वाले गांव में कोटवार को निगरानी रखने के निर्देश दिया गया है. ग्राम खैरझीटी में चार मकान बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हुआ है.प्रभावित परिवारों को पंचायत भवन में शिफ्ट करके राहत का काम किया जा रहा है.तरेगांव में चट्टान सड़क पर गिर गया है. उसे साफ कराने पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए हैं जल्द ही रास्ता क्लियर करा लिया जाएगा.'' जन्मेजय महोबे, कलेक्टर
भारी बारिश के कारण उफान पर नदियां : बारिश की वजह से जिले भर के नदी नाले उफान पर हैं. खासकर सकरी नदी और हाफ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. जिसके कारण कई गांवों का संपर्क दूसरे गांवों से टूट गया है. पंडरिया ब्लॉक का गांव खैरझीटी में बाढ़ से चार मकान डुब गए. चारों मकान के परिवारों को जिला प्रशासन की टीम ने पंचायत भवन में शिफ्ट करके खाने पीने और इलाज की व्यवस्था की है. वहीं राजानवागांव, चिखली, समनापुर, घुघरी, कोयलारी, समेत कई गांव में नदी किनारे बसे लोगों के मकान में बाढ़ का पानी घुसने का खतरा बना हुआ है.