ETV Bharat / state

Applying Mehndi In Sawan:सावन में मेहंदी का ट्रेंड हुआ हिट, जानिए क्या है सावन में मेहंदी लगाने का महत्व ? - mehndi trend in sawan

Applying Mehndi In Sawan:सावन में तीज-त्यौहार अधिक होने के कारण महिलाएं मेहंदी अधिक लगाती हैं. मेहंदी के अलग-अलग और खास डिजाइनों का सावन में खासा क्रेज देखने को मिलता है. लेकिन सावन में मेहंदी लगाने के कई फायदे हैं.

mehndi trend in sawan
सावन में मेहंदी का ट्रेंड
author img

By

Published : Aug 18, 2023, 7:04 PM IST

अम्बिकापुर: सावन मेहंदी के बिना अधूरा लगता है. सावन में महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं. इन दिनों महिलाओं और युवतियों में मेंहदी का क्रेज देखा जाता है. महिलाएं और युवतियां घर में बाहर से मेहंदी आर्टिस्ट को बुलवाकर मेहंदी लगवाती हैं. इतना ही नहीं मेहंदी आर्टिस्ट को मुंह मांगी कीमत भी दी जाती है. ईटीवी भारत ने मेकअप आर्टिस्ट रानी गुप्ता से सावन में मेहंदी के क्रेज को लेकर से बातचीत की.

सावन में मेहंदी का महत्व: मेकअप आर्टिस्ट रानी गुप्ता ने ईटीवी भारत को बताया कि, "तीज त्यौहार के हिसाब से मेहंदी की डिजाइन का नाम भी तय होता है. जैसे ईद मुबारक मेहंदी अभी ट्रेंड में है. यह मेहंदी कई डिजाइन को आपस में उलझाकर बनाई जाती है. इसके साथ ही भरवा मेहंदी एवर ग्रीन है. लोग इसका एक शॉर्ट कट बना लेते हैं, जो इंडो वेस्टर्न में आ जाता है. इसमें लीफ पैटर्न, चैन पैटर्न, कलास्टिक राउंड बना सकते हैं. आज कल इंस्टेंट मेहंदी भी चलन में है, जो पांच मिनट में लग जाती है. जिन लोंगो को तुरंत ही मेहंदी लगाकर किसी इवेंट में शामिल होना है, वो इसे लगवाते हैं."

भारत मे मेहंदी का ट्रेंड 12वीं शताब्दी में मुगलों के आगमन से चल रहा है. क्योंकि वे लोग बाल, नाखून और तलवों को रंगने के लिये मेहंदी का इस्तेमाल किया करते थे. मेहंदी को वे लोग लोग ठंडक के हिसाब से यूज किया करते थे. लेकिन हमारे भारत में इसे सकारात्मकता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. सभी धर्म वाले मेहंदी का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि इसमें पॉजिटिविटी होती है. -रानी गुप्ता, मेकअप आर्टिस्ट

Protest By Applying Henna: बलौदा बाजार में स्वास्थ्यकर्मियों का मेहंदी लगाकर प्रदर्शन
Effect Of Venus: मेहंदी का लाल रंग पति के प्रेम के साथ बढ़ाता है शुक्र का प्रभाव
मेहंदी श्रृंगार से ऐसे शुरू हुआ रक्षाबंधन का पर्व

बाजार में हर तरह की मेहंदी उपलब्ध: बता दें कि इन दिनों बाजार में डिमांड के अनुसार मेहंदी की डिजाइन और अलग-अलग कलर के साथ वेरिएंट उपलब्ध है. मेहंदी लगाने वाले एक्सपर्ट भी मेकअप सेंटरों में उपलब्ध हैं. हर तरह की ट्रेंडी डिजाइन और उसे लगाने वाले एक्सपर्ट हैं. मेहंदी की हर तरह की डिजाइन पार्लरों में हैं, लोग उसे देखकर भी अपनी मन चाही मेहंदी लगवा सकते हैं.

सावन में क्यों लगाई जाती है मेहंदी: सावन में तेज बारिश होती है, जिसके कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है. ऐसे में इन बीमारियों से बचने के लिए मेहंदी का इस्‍तेमाल किया जाता है. मेहंदी का इस्‍तेमाल शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए किया जाता है. ऐसा माना जाता कि हरा रंग कई रोगों की रोक-थाम में कारगर होता है. साथ ही मेहंदी की सुगंध शरीर को ठंडक देने के साथ ही स्ट्रेस को भी कम करने का काम करती है. यही वजह है कि लोग सावन में मेहंदी जरूर लगाते हैं. साथ ही इस माह में तीज-त्यौहार अधिक होने के कारण भी लोग मेहंदी अधिक लगाते हैं.

अम्बिकापुर: सावन मेहंदी के बिना अधूरा लगता है. सावन में महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगाती हैं. इन दिनों महिलाओं और युवतियों में मेंहदी का क्रेज देखा जाता है. महिलाएं और युवतियां घर में बाहर से मेहंदी आर्टिस्ट को बुलवाकर मेहंदी लगवाती हैं. इतना ही नहीं मेहंदी आर्टिस्ट को मुंह मांगी कीमत भी दी जाती है. ईटीवी भारत ने मेकअप आर्टिस्ट रानी गुप्ता से सावन में मेहंदी के क्रेज को लेकर से बातचीत की.

सावन में मेहंदी का महत्व: मेकअप आर्टिस्ट रानी गुप्ता ने ईटीवी भारत को बताया कि, "तीज त्यौहार के हिसाब से मेहंदी की डिजाइन का नाम भी तय होता है. जैसे ईद मुबारक मेहंदी अभी ट्रेंड में है. यह मेहंदी कई डिजाइन को आपस में उलझाकर बनाई जाती है. इसके साथ ही भरवा मेहंदी एवर ग्रीन है. लोग इसका एक शॉर्ट कट बना लेते हैं, जो इंडो वेस्टर्न में आ जाता है. इसमें लीफ पैटर्न, चैन पैटर्न, कलास्टिक राउंड बना सकते हैं. आज कल इंस्टेंट मेहंदी भी चलन में है, जो पांच मिनट में लग जाती है. जिन लोंगो को तुरंत ही मेहंदी लगाकर किसी इवेंट में शामिल होना है, वो इसे लगवाते हैं."

भारत मे मेहंदी का ट्रेंड 12वीं शताब्दी में मुगलों के आगमन से चल रहा है. क्योंकि वे लोग बाल, नाखून और तलवों को रंगने के लिये मेहंदी का इस्तेमाल किया करते थे. मेहंदी को वे लोग लोग ठंडक के हिसाब से यूज किया करते थे. लेकिन हमारे भारत में इसे सकारात्मकता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. सभी धर्म वाले मेहंदी का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि इसमें पॉजिटिविटी होती है. -रानी गुप्ता, मेकअप आर्टिस्ट

Protest By Applying Henna: बलौदा बाजार में स्वास्थ्यकर्मियों का मेहंदी लगाकर प्रदर्शन
Effect Of Venus: मेहंदी का लाल रंग पति के प्रेम के साथ बढ़ाता है शुक्र का प्रभाव
मेहंदी श्रृंगार से ऐसे शुरू हुआ रक्षाबंधन का पर्व

बाजार में हर तरह की मेहंदी उपलब्ध: बता दें कि इन दिनों बाजार में डिमांड के अनुसार मेहंदी की डिजाइन और अलग-अलग कलर के साथ वेरिएंट उपलब्ध है. मेहंदी लगाने वाले एक्सपर्ट भी मेकअप सेंटरों में उपलब्ध हैं. हर तरह की ट्रेंडी डिजाइन और उसे लगाने वाले एक्सपर्ट हैं. मेहंदी की हर तरह की डिजाइन पार्लरों में हैं, लोग उसे देखकर भी अपनी मन चाही मेहंदी लगवा सकते हैं.

सावन में क्यों लगाई जाती है मेहंदी: सावन में तेज बारिश होती है, जिसके कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है. ऐसे में इन बीमारियों से बचने के लिए मेहंदी का इस्‍तेमाल किया जाता है. मेहंदी का इस्‍तेमाल शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए किया जाता है. ऐसा माना जाता कि हरा रंग कई रोगों की रोक-थाम में कारगर होता है. साथ ही मेहंदी की सुगंध शरीर को ठंडक देने के साथ ही स्ट्रेस को भी कम करने का काम करती है. यही वजह है कि लोग सावन में मेहंदी जरूर लगाते हैं. साथ ही इस माह में तीज-त्यौहार अधिक होने के कारण भी लोग मेहंदी अधिक लगाते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.