रखरखाव के अभाव में धूमिल होकर न रह जाए पटना का ये ऐतिहासिक भवन
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पटना स्थित मुख्य सचिवालय को नीतीश सरकार ने ऐतिहासिक भवन घोषित कर दिया है. इसके रखरखाव और मरम्मती की जिम्मेवारी भवन निर्माण विभाग के पास है. हर साल सचिवालय के भवन की मरम्मत और रखरखाव के नाम पर करोड़ों रुपए का बिल बनाया जा रहा है. लेकिन पिछले कई सालों से इसके जो हालात बन गए हैं. उससे यही लगता है कि अगले कुछ सालों तक यह भवन शायद ही खड़ा रह सके. ईटीवी भारत ने कुछ दिन पहले मुख्य सचिव दीपक कुमार के सचिवालय स्थित कार्यालय के बाहर प्लास्टर गिरने की खबर दिखाई थी. उस वक्त भी बरसात के पानी छत पर लगने के वजह से प्लास्टर गिरा था. लेकिन नीतीश सरकार के अफसर कान में तेल डालकर इस कदर सोए हुए हैं कि 103 वर्ष पुराने ऐतिहासिक भवन की उनको कोई चिंता नहीं है. आज भी बारिश होने की वजह से सचिवालय भवन के कैबिनेट विभाग, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल और कैबिनेट हॉल में भी पानी रिसने की वजह से कई सरकारी उपक्रम और फाइलों को नुकसान हो रहा है. भवन के छत पर लगातार बरसात के दिनों में पानी लगने की वजह से छत कमजोर होने लगी है और इससे पानी रिसने लगा है.