2.10 लाख चंदा कर चेन्नई से बस लेकर बिहार पहुंचे 30 मजदूर
कैमूर: लाख सरकारी दावों के बावजूद प्रवासी जैसे-तैसे या कर्ज लेकर खुद अपने घरों तक का सफर पूरा करने को मजबूर हैं. प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लगातार दावे किए जा रहे हैं कि दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों की हर सम्भव मदद की जा रही है. लेकिन ये सरकारी दावे पूरी तरह से सही नहीं हैं.