गया: बिहार में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां तीरंदाजी प्रशिक्षण के लिए उपयोग किए जाने वाले टारगेट स्टैंड और बटरस को अपराधियों ने जला दिया. यह घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खरहरी गांव में बीती रात हुई. कोच जयप्रकाश के अनुसार, इस उपकरण से ही बच्चे तीरंदाजी का प्रशिक्षण ले रहे थे और कई बच्चे नेशनल गेम्स में भाग लेने के लिए तैयार हो रहे थे.
गया में आर्चरी सेट जलाया : यह घटना तीरंदाजी कोच जयप्रकाश के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है. वह बताते हैं कि उनके द्वारा सैकड़ों बच्चों को तीरंदाजी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसी किट से कई बच्चों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीते हैं. जयप्रकाश ने बताया कि इससे पहले भी इस तरह की घटना हरिदास सेमिनरी में हो चुकी थी. यह घटना बच्चों के प्रशिक्षण में रुकावट डाल सकती है और उनके भविष्य को प्रभावित कर सकती है.
अपराधियों ने खिलाड़ियोंं का जलाया सामान : अपराधियों ने इन उपकरणों को किस उद्देश्य से जलाया, इसका पता नहीं चल सका है. हालांकि, यह घटना उस वक्त हुई है जब बच्चों का प्रशिक्षण जोरों पर था और वे नेशनल गेम्स के लिए तैयार हो रहे थे.
क्या कहती है पुलिस? : गया पुलिस ने इस घटना पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की है. कोच जयप्रकाश ने मुफस्सिल थाना पुलिस को सूचना दी, लेकिन उन्हें कहा गया कि डायल 112 पर कॉल करें. थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद के अनुसार, फिलहाल कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है. यह घटना गया के तीरंदाजी के क्षेत्र में एक बड़ा धक्का साबित हो रही है, खासकर जब देखा जा रहा था कि बच्चे इस खेल में सफलता हासिल कर रहे थे और अपनी पहचान बना रहे थे.
''नेशनल गेम्स उत्तराखंड में 1 से 7 फरवरी तक होने हैं, और यह घटना बच्चों के प्रशिक्षण को प्रभावित कर सकती है. इससे उनके तैयारी में रुकावट आएगी, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.''- जय प्रकाश, कोच, तीरंदाजी