पूर्णिया: फौजी नहीं बन सके तो कुछ यूं कर रहे हैं देश की सेवा
🎬 Watch Now: Feature Video
जरूरी नहीं कि सरहद पर डटकर ही देश सेवा की जाए. दिल में सच्ची देशभक्ति है तो इसके और भी कई मायने हो सकते हैं. ये लाइनें पूर्णिया जिले में रहने वाले अनिल चौधरी पर बिल्कुल फिट बैठते हैं. वे बीते 15 सालों से यहां वहां पड़े तिरंगे झंडे को इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं. उनकी इस मुहिम से जिले में बड़े पैमाने पर परिवर्तन देखने को मिला. शहर के रजनी चौक स्थित विवेकानंद कॉलोनी में रहने वाले अनिल चौधरी पेंटिंग की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. अनिल बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही इंडियन आर्मी में शामिल होकर देश सेवा का शौक था. उनके पिता विंदेश्वरी प्रसाद चौधरी फौज में थे. वहीं, छोटे भाई अरुण चौधरी बीएसएफ में हैं. अनील भी फौज में शामिल होकर देश सेवा करना चाहते थे. हालांकि उनकी यह ख्वाहिश अधूरा ही रह गई.