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बेतिया के नरकटियागंज अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी - मरीज वैक्सीन के लिए नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल पहुंच रहे

बेतिया के नरकटियागंज अनुमंडल (Anti Rabies Vaccine Finished At Narkatiaganj Hospital) अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन खत्म होने की वजह से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. पिछले 25 दिनों से अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध नहीं रहने से मरीजों में रैबीज बीमारी का खतरा बढ़ गया है. पढ़िए पूरी खबर...

नरकटियागंज अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म, मरीज परेशान
नरकटियागंज अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म, मरीज परेशान
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Published : Jan 6, 2022, 4:06 PM IST

पश्चिमी चंपारण (बेतिया): बिहार के बेतिया में अस्पतालों की स्थिति बदलहाल हो चुकी है. ताजा मामला अनुमंडल अस्पताल नरकटियागंज की है. जहां, पिछले 20 से 25 दिनों से एंटी (Anti Rabies Vaccine Finished At Narkatiaganj Hospital) रैबीज का इंजेक्शन खत्म हो चुका है, जिससे मरीजों को काफी परेशानियों (Patient Facing Problem In Narkatiaganj Hospital) का सामना करना पड़ रहा है. कुत्ता, बंदर, सूअर और चमगादड़ के काटने पर घायल को पहला एंटी रैबीज इंजेक्शन 48 घंटे के अंतराल में लग जाना चाहिए और इंजेक्शन नहीं लगने पर रैबीज नाम की बीमारी होने का खतरा रहता है.

ये भी पढ़ें- जीएमसीएच बेतिया में 2 डॉक्टरों सहित 5 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित
दरअसल, नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल में पिछले 20-25 दिनों से एंटी रैबीज इंजेक्शन का स्टॉक नहीं है. मरीज प्रतिदिन बिना इंजेक्शन लगवाए निराश लौट रहे हैं. राहगीरों को कुत्ते लगातार निशाना बना रहे हैं ऐसे में ग्रामीण इलाके के मरीज वैक्सीन के लिए नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल पहुंच रहे हैं. इस कारण एंटी रैबीज की इंजेक्शन खत्म हो गई है. ओपीडी ब्लॉक में वैक्सीन न होने का जवाब सुनकर मरीज निजी अस्पतालों की ओर रूख कर रहे हैं. लेकिन वहां पर मरीजों से एक इंजेक्शन के 300 से 400 रुपये लिये जा रहे है. पीड़ित मरीजों का कहना है कि, उनके पास इतने पैसे नहीं है इसलिए वे सरकारी अस्पताल में दोबारा से आए हैं.

नरकटियागंज अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म, मरीज परेशान

बता दें कि, एंटी रैबीज का पहला इंजेक्शन 48 घंटे के भीतर, दूसरा 3 दिन, तीसरा 7 दिन, चौथा 14 दिन और पांचवां 28 दिन के बाद लग जाना चाहिए. क्योंकि, घाव होने पर जानवर की लार व्यक्ति के खून में मिल जाती है और समय पर इंजेक्शन नहीं लगवाने पर घायल को रेबीज की बीमारी होने का खतरा रहता है.


ये भी पढ़ें- बेतिया लूटकांड का आरोपी हथियार के साथ गिरफ्तार, 40 हजार कैश और कई बैंकों के ATM बरामद
वहीं, अनुमंडलीय अस्पताल के प्रशासनिक चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि, पिछले तीन सप्ताह से एंटी रैबीज का स्टॉक खत्म हो गया है, जिसके चलते ही मरीजों को वापस भेजना पड़ रहा है. हालांकि, इसकी सूचना सिविल सर्जन को दे दी गयी है. जिला में भी स्टॉक खत्म होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. संभवतः आज या कल स्टॉक आने की सभांवना है.

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पश्चिमी चंपारण (बेतिया): बिहार के बेतिया में अस्पतालों की स्थिति बदलहाल हो चुकी है. ताजा मामला अनुमंडल अस्पताल नरकटियागंज की है. जहां, पिछले 20 से 25 दिनों से एंटी (Anti Rabies Vaccine Finished At Narkatiaganj Hospital) रैबीज का इंजेक्शन खत्म हो चुका है, जिससे मरीजों को काफी परेशानियों (Patient Facing Problem In Narkatiaganj Hospital) का सामना करना पड़ रहा है. कुत्ता, बंदर, सूअर और चमगादड़ के काटने पर घायल को पहला एंटी रैबीज इंजेक्शन 48 घंटे के अंतराल में लग जाना चाहिए और इंजेक्शन नहीं लगने पर रैबीज नाम की बीमारी होने का खतरा रहता है.

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दरअसल, नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल में पिछले 20-25 दिनों से एंटी रैबीज इंजेक्शन का स्टॉक नहीं है. मरीज प्रतिदिन बिना इंजेक्शन लगवाए निराश लौट रहे हैं. राहगीरों को कुत्ते लगातार निशाना बना रहे हैं ऐसे में ग्रामीण इलाके के मरीज वैक्सीन के लिए नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल पहुंच रहे हैं. इस कारण एंटी रैबीज की इंजेक्शन खत्म हो गई है. ओपीडी ब्लॉक में वैक्सीन न होने का जवाब सुनकर मरीज निजी अस्पतालों की ओर रूख कर रहे हैं. लेकिन वहां पर मरीजों से एक इंजेक्शन के 300 से 400 रुपये लिये जा रहे है. पीड़ित मरीजों का कहना है कि, उनके पास इतने पैसे नहीं है इसलिए वे सरकारी अस्पताल में दोबारा से आए हैं.

नरकटियागंज अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म, मरीज परेशान

बता दें कि, एंटी रैबीज का पहला इंजेक्शन 48 घंटे के भीतर, दूसरा 3 दिन, तीसरा 7 दिन, चौथा 14 दिन और पांचवां 28 दिन के बाद लग जाना चाहिए. क्योंकि, घाव होने पर जानवर की लार व्यक्ति के खून में मिल जाती है और समय पर इंजेक्शन नहीं लगवाने पर घायल को रेबीज की बीमारी होने का खतरा रहता है.


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वहीं, अनुमंडलीय अस्पताल के प्रशासनिक चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि, पिछले तीन सप्ताह से एंटी रैबीज का स्टॉक खत्म हो गया है, जिसके चलते ही मरीजों को वापस भेजना पड़ रहा है. हालांकि, इसकी सूचना सिविल सर्जन को दे दी गयी है. जिला में भी स्टॉक खत्म होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. संभवतः आज या कल स्टॉक आने की सभांवना है.

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