पश्चिम चंपारण(बेतिया): ईटीवी भारत बाढ़ को लेकर लगातार ग्राउंड रिपोर्ट दे रहा है. लौरिया नरकटियागंज मुख्य सड़क का डायवर्सन बाढ़ की भेंट चढ़ चुका है. हमारे संवाददाता जब वहां पहुंचे तो राहगीर पुल को पार कर रहे थे, जो काफी जोखिम भरा है. इस क्रम में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन प्रशासन अभी भी लापरवाह बना हुआ है.
मूकदर्शक बना प्रशासन
तीन युवकों की डूब कर मौत के मामले में प्रशासन का कहना है कि तीनों शवों को निकाल लिया गया है. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी तक एक शव नहीं मिला है. लौरिया से नरकटियागंज जाने वाली सड़क पर चार से पांच फीट पानी बह रहा है. वहीं टूटे हुए डायवर्सन पर गहरी खाई बन गई है. जिसे पार करने में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है.
लोगों के लिए परेशानी का सबब
सड़क पर बैरिकेडिंग नहीं की गई है. किसी भी पुलिसकर्मी तक की तैनाती नहीं की गई. लौरिया का अशोक स्तंभ डूब चुका है. पुल निगम का बनाया जाने वाला पुल कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसी में प्रशासन की उदासीनता लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है.
सड़कों पर पानी का बहाव
लौरिया सीओ संजय कुमार ने इस संबंध में बताया कि बैरिकेडिंग की जा रही है. साथ ही पुलिस की तैनाती भी की जाएगी. प्रशासन की इस लापरवाही से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. उनका कहना है कि हर साल डायवर्सन टूट जाता है. साथ ही सड़कों पर तीन से चार फीट पानी का बहाव रहता है. इसके बावजूद भी प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
कितने लोगों की जाएगी जान ?
स्थानीय लोगों ने कहा कि डायवर्सन टूट जाने से अभी तक 3 लोगों की डूब कर मौत हो चुकी है. जिसमें से दो का शव बरामद कर लिया गया है. लेकिन अभी तक एक शव को प्रशासन नहीं ढूंढ़ पाया है. प्रशासन की इस लापरवाही से न जाने अभी और कितने लोगों की जान जाएगी.