बेतिया: कोरोना महामारी में जहां सूबे की तमाम स्वास्थ्य सेवाएं चौपट हो गई हैं. वहीं पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज के धूमनगर में संवेदक की लापरवाही से उप-स्वास्थ्य केंद्र के बदहाली की तस्वीरें सामनें आई है. लाखों रुपए के बजट से बन रहा उप स्वास्थ्य केंद्र पशुओं का तबेला बनकर रह गया है. नव-निर्मित उप स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद से उसमें चारा रखा जा रहा है. नव निर्मित भवन में मरीजों की जगह झाड़ियां और पशुओं के चारे रखे जा रहे है.
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उपस्वास्थ्य केंद्र का भवन बना तबेला
इस भवन की बदहाली ऐसी की बरसात में भवन की छत झरना बन जाती है. बता दें कि यहां सरकार द्वारा बनवाए गए भवन संवेदक की लापरवाही से अर्धनिर्मित है. जिसके कारण अस्पताल प्रशासन ने भवन को अपने कब्जे में नहीं लिया है. हैरानी की बात ये है कि यहां कागजों में पिछले 7 महीनों से भाड़े के मकान में उप-स्वास्थय केंद्र चल रहा है. पिछले 7 महीनों से मौके पर न तो डॉक्टर आते हैं और ना ही नर्स. गांव वालों ने बताया कि इससे उन्हें काफी दिक्कते हो रही हैं.
उपस्वास्थ्य केंद्र की बदहाली ऐसी की लोग इलाज को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल या जिला अस्पताल का रुख करने को मजबूर रहते हैं. इस पंचायत की आबादी 14 हजार के करीब है. जहां बीते 20 दिनों में 25 संदिग्ध लोगों की मौत भी हो चुकी है. स्थानीय लोगों ने कहा कि ये स्वास्थ्य केंद्र संचालित रहता तो कितनों की जिंदगी बच सकती थी.
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भाड़े के मकान में चल रहा है उपस्वास्थ्य केंद्र
अनुमंडलीय अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबन्धक रविशंकर सिंह ने बताया कि संवेदक द्वारा अर्धनिर्मित भवन को नहीं सौपा गया है. फिलहाल उपस्वास्थ्य केंद्र भाड़े के मकान में चल रहा है. उपस्वास्थ्य केंद्र पर एक एएनएम बहाल है. जिसका मधुबनी और नरकटियागंज के धूमनगर पंचायत में प्रभार है. उन्होंने गांव वालों के आरोपों को नकारा और साफ तौर कहा कि एएनएम आती है.