बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में समलैंगिक विवाह का मामला सामने आया है. दो लड़कियों ने दिल्ली के मंदिर में जाकर एक दूसरे से शादी कर ली. इसका खुलासा तब हुआ जब परिजनों की धमकी से परेशान दोनों लड़की न्याय की गुहार लगाते हुए पुलिस के पास पहुंच गयी. उसने पुलिस को बताया कि अगर दोनों को एक साथ नहीं रहने दिया जाएगा तो वह दोनों जान दे देगी.
9 माह से दोनों रिलेशन में हैं: मामला चेरियाबरियारपुर थानाक्षेत्र का है. दोनों ने पुलिस को बताया कि उसके बीच पिछले 8-9 महीने से दोस्ती है और दोनों एक दूसरे से प्यार करती है. चेरियाबरियारपुर की रहने वाली लड़की दुल्हन तो खोदाबंदपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली लड़की दूल्हा होने का दावा कर रही है. खबर में हम लड़का के बदले सोनाक्षी और लड़की के बदलने मीनाक्षी जिक्र करेंगे.
ट्यूशन पढ़ाने के दौरान प्यार: बताते चलें कि मीनाक्षी सोनाक्षी के यहां उसकी बहन को ट्यूशन पढ़ाने जाती थी. इसी दौरान दोनों की नजदीकिया बढ़ी और बाद मे ये रिश्ता प्रेम मे बदल गया. मीनाक्षी बीए पार्ट वन की छात्रा है तो सोनाक्षी के बीए पार्ट तृतीय की छात्रा होने की बात बताई जा रही है.
घर से भागकर दिल्ली में रचाई शादी: बताया जाता है कि दोनों के घर वालों को जब इस प्रेम कहानी की खबर लगी तो परिवार के लोग दोनों को बातचीत से रोकते रहे. लेकिन दोनों ने किसी की नहीं सुनी और समय के साथ-साथ ये रिश्ता और गहरा होता गया. इसी बीच दोनों घर से भाग कर दिल्ली के उत्तम नगर में मंदिर में शादी रचा ली.
पुलिस के समक्ष खुलासा: घर से भाग जाने के बाद मीनाक्षी के परिवार के लोगों ने सोनाक्षी पर अपहरण का मामला चेरियाबरियारपुर थाना मे दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस की दबिश बढ़ी तो दोनों शनिवार को चेरियाबरियारपुर थाना पहुंचे. तब जाकर इस पूरे मामले पर से पर्दा उठा.
एक-दूसरे से बेपनाह मोहब्बत: मीनाक्षी कुमारी ने बताया कि 'दोनों एक दुसरे से बेपनाह मोहब्बत करते हैं. एक दुसरे के बिना नहीं जी सकते. वह सोनाक्षी को अपना पति बना चुकी है. मीनाक्षी ने बताया कि वह गोसाई मठ में अपने रिश्तेदार के यहां गई थी, जहां सोनाक्षी ट्यूशन पढ़ाने आती थी. इसी दौरान दोनों में मुलाकात हुई थी.
"दोनों की दोस्ती आठ नौ महीने पहले हुई थी. मम्मी ने दोनों को जान से मरवा देने की धमकी देने लगी. अब हम दोनों ने तय कर लिया है कि दोनों पति-पत्नी के रूप मे साथ रहेंगे." -मीनाक्षी (प्रेमिका)
दो बार आत्महत्या की कोशिश: सोनाक्षी ने बताया कि मीनाक्षी के परिवार के लोगो को यह रिश्ता पसंद नहीं था. हमदोनों को बात करने से रोक दिया गया. इस कारण दोनों की तबीयत खराब हो गई. मीनाक्षी ने फोन कर बुलाया. कहा कि अगर मैं उसे लेकर नहीं गयी तो वह मर जाएगी. दो-तीन बार सुसाइड करने की भी कोशिश कर चुकी थी. इसके बाद दोनों दिल्ली भाग गयी.
"हम दोनों को लड़का पसंद नहीं है. इसलिए हम एक-दूसरे के साथ रहेंगे. मीनाक्षी के परिवार के लोग मेरी जिंदगी बर्बाद करना चाहते हैं. अगर मुझे कुछ हुआ तो उनकी बेटी की जिंदगी भी वर्बाद हो जाएगी. साथ नहीं रहे तो दोनों साथ मर जाएंगे." -सोनाक्षी(प्रेमी)
जोड़े को कोर्ट में पेश करेगी पुलिस: इधर, इस मामले में बेगूसराय पुलिस छानबीन कर रही है. पुलिस का कहना है कि दोनों लड़की थाना आयी थी. पूछताछ के बाद दोनों को ऑब्जर्वेशन होम भेजा गया है. कोर्ट में बयान दर्ज कराया जाएगा. पुलिस ने बताया कि एक लड़की पर अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था. इसकी भी छानबीन की जा रही है.
"दोनों घर से भाग गई थी. दोनों बालिग है. तत्काल दोनों को ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया गया है. जल्द ही न्यायालय में दोनों का बयान कराया जाएगा. इसके बाद न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई की जाएगी." -सुबोध कुमार, थानाध्यक्ष, चेरियाबरियारपुर
क्या कहता है कानून?: बता दें कि भारत में समलैंगिक विवाह के लिए कोई कानूनी मान्यता नहीं है. सुप्रीम कोर्ट में इस तरह की याचिका पर सुनवाई हुई थी. लेकिन कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया था. कहा कि विवाह अधिनियम में बदलाव करना कोर्ट का काम नहीं बल्कि संसद का काम है. इसलिए कोर्ट इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा. कोर्ट ने कानून को मान्यता देने से इनकार कर दिया.
सिविल यूनियन को अधिकार मिले: तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस कौल ने कहा था कि इस मामले में सिविल यूनियन को अधिकार मिलना चाहिए, जिससे समलैंगिक जोड़ों को कानूनी मान्यता देगा और उनके अधिकार की रक्षा करेगा.
सिविल यूनियन क्या है? बता दें कि सिविल यूनियन जिसे सिविल पार्टनरशिप कहा जाता है. विवाह के समान एक कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त व्यवस्था है. भारत छोड़कर अन्य देशों में इसकी स्थापना की गयी है. संयुक्त राज्य अमेरिका में 2015 में इसकी स्थापना की गयी और समलैंगिक रिश्ते को वैध बताया.
अन्य देशों में समलैंगिक विवाह: 2009 में स्वीडन में समलैंगि विवाह को वैध बताया गया. ब्राजील, उरुग्वे(साउथ अमेरिका) और चीली जैसे देशों में समलैंगिग विवाद को वैध बताया गया और इसे मान्यता दी गयी. LGBTQ (Lesbian, gay, bisexual, transgender and queer) जोड़े को इन देशों में मान्यता प्राप्त है. दुनिया के 32 देशों में कानूनी मान्यता है.
भारत में क्या स्थिति है? साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने आईपीसी धारा 377 के तहत इस रिश्ते को अपरामुक्त करार दिया. हालांकि समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता नहीं है.
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