बगहा : प्रदेश में पंचायतों के मुखिया द्वारा पंचम योजना के तहत प्रत्येक परिवार में मास्क बांटना है. इसके लिए पंचायती राज विभाग और बिहार सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के मुताबिक मुखिया प्रतिनिधियों को जीविका समूह द्वारा बनाये गए मास्क की खरीददारी करनी है. बावजूद इसके मुखिया निजी दुकानों से मास्क की खरीददारी कर रहे हैं, जिससे जीविका दीदियों की मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है, जिससे उनके चेहरे से मुस्कान गायब होने लगी है.
जीविका दीदियों का टूट रहा है हौसला
कोरोना संक्रमण काल में सरकार द्वारा जीविका समूहों के माध्यम से मास्क उत्पादन कर उन्हें रोजगार का अवसर मुहैया कराया गया. साथ ही उनके द्वारा बनाए गए मास्कों को सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक मुखिया प्रतिनिधियों द्वारा खरीदारी कर गांव के प्रत्येक परिवार में वितरण भी करना था. बावजूद इसके मुखिया प्रतिनिधी निजी दुकानों से मास्क की खरीदारी कर गांवों में वितरण कर रहे हैं, जिससे जीविका दीदियों का हौसला टूट रहा है.
जीविका दीदियों ने बनाए हैं 50 हजार से ज्यादा मास्क
बगहा-2 प्रखण्ड अंतर्गत 3 जीविका समूह संचालित हो रहे हैं, जहां सैकड़ों जीविका दीदियों द्वारा अब तक 50 हजार से ज्यादा मास्क का उत्पादन किया गया है और प्रति मास्क बिक्री दर सिर्फ 8 रुपए ही है, जबकि इस प्रखण्ड अंतर्गत 25 पंचायतें हैं, जिसमे महज 13 पंचायतों के मुखिया द्वारा अब तक 1000 से 2000 की संख्या में ही मास्क खरीदारी की गई है, जिससे जीविका दीदियां काफी दुखी नजर आ रही हैं.
दुर्भाग्यपूर्ण है सरकार के आदेश की अवहेलना- डीपीएम
जीविका के ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर वासिफ अली ने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी कर निर्देशित किया गया है कि पंचम योजना के तहत जीविका समूहों से मास्क खरीदारी कर पंचायतों के प्रत्येक परिवार में बांटना है, लेकिन अधिकांश मुखिया सरकार के इस गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.