डिब्रूगढ़: असम की एक लड़की के बारे में सोशल मीडिया पर प्रसारित एक दुखद खबर ने असम के डिब्रूगढ़ कस्बे में उसके हमनाम को मुसीबत में डाल दिया. मंगलवार को डिब्रूगढ़ की माया गोगोई ने देखा कि लोग उनके सोशल मीडिया वॉल पर "RIP" (रेस्ट इन पीस) लिख रहे हैं. हैरान माया गोगोई को यह स्पष्ट करना पड़ा कि वह अभी जीवित हैं और मरी नहीं हैं.
समस्या तब शुरू हुई जब असम की रहने वाली और बेंगलुरु में रहने वाली माया गोगोई की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. बेंगलुरु में पुलिस ने माया गोगोई का शव एक अपार्टमेंट से बरामद किया था. बेंगलुरु में असम की एक लड़की की हत्या की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. नेटिजन्स ने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया और माया गोगोई के सोशल मीडिया वॉल पर एक ही नाम के दो सोशल मीडिया अकाउंट के बीच अंतर किए बिना ही "RIP" लिखना शुरू कर दिया.
डिब्रूगढ़ की माया गोगोई ने बुधवार को स्पष्ट किया, "मैं वह माया गोगोई नहीं हूं, जिसकी हत्या बेंगुलरु में हुई थी... मैं बैंगलुरु में नहीं रहती, मैं डिब्रूगढ़ के बानीपुर में रहती हूं." उसने टेंशन में आकर लिखा, मुझे नहीं पता कि लोग मेरी सोशल मीडिया वॉल पर RIP क्यों लिख रहे हैं? मुझे सोशल मीडिया से पता चला कि मेरे ही नाम की एक और लड़की की बेंगलुरु में हत्या कर दी गई... लेकिन मैं वह नहीं हूं.' लड़की ने कहा कि, दोनों के नाम और रूप में काफी समानता है.
डिब्रूगढ़ की माया गोगोई ने कहा, 'मुझे सोशल मीडिया के जरिए बेंगलुरु में हुई घटना के बारे में पता चला. शायद यूजर्स ने नाम और रूप में समानता देखी और यही वजह है कि वे मेरी सोशल मीडिया वॉल पर लिख रहे हैं.'
खबर के मुताबिक, असम की एक व्लॉगर माया गोगोई मंगलवार को बेंगलुरु के इंदिरा नगर इलाके में स्थित एक सर्विस अपार्टमेंट में मृत पाई गई थी. पुलिस ने बताया कि मृतक 23 नवंबर की दोपहर को आरव हनोय नाम के शख्स साथ सर्विस अपार्टमेंट में दाखिल हुआ था, जो फरार हो गया था. पुलिस को शक है कि, हनोय ही हत्यारा है और उसने शुरुआती जांच के हवाले से बताया कि फरार होने से पहले उसने कम से कम दो दिन शव के साथ बिताए थे. पुलिस अब हनोय की तलाश कर रही है.
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