पश्चिमी चंपारण: जिले के दस पार्षदों के बगावती तेवर से अध्यक्ष की कुर्सी हिलने लगी है. गुस्साए पार्षदों का आरोप है कि अध्यक्ष सम्पूर्ण क्षेत्र में विकास कार्य में रूचि नहीं रखते हैं. केवल अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्य करते हैं और हम सभी के वार्ड के कार्यों को प्रभावित किया जाता है.
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पार्षदों द्वारा सामान्य बोर्ड की बैठक में लाए गए प्रस्तावों को दरकिनार कर जनहित से संबंधित कार्यों को अवरूद्ध कर दिया जाता है. नगर अध्यक्ष के रहते हुए आपके बेटे द्वारा कार्यालय कार्यों में पूरी तरह हस्तक्षेप किया जाता है. साथ ही पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. सामान्य बोर्ड के बैठक की कार्यवाही की छायाप्रति हमलोगों को उपलब्ध नहीं कराई जाती है.
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प्रत्येक माह बोर्ड की सामान्य बैठक भी आहूत नहीं की जाती है. अविश्वास प्रस्ताव लगाने वालों में चंद्रमोहन प्रसाद, किरण देवी, अंशु बिहारी, सुशीला देवी, गुलनयारा खातुन, माधव प्रसाद, गीता देवी, चंदा देवी, मनोहर प्रसाद आदि शामिल रहे. इस संबंध में नगर पंचायत ईओ शिवांशु शिवेश ने बताया कि वार्ड पार्षदों ने दिए गए अविश्वास प्रस्ताव की जानकारी अध्यक्ष समेत सभी वार्ड पार्षदों को दे दी है.