सुपौल: जिले में तीसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो गया. लोकसभा चुनाव में अबतक कहीं से किसी प्रकार की कोई विधि व्यवस्था में परेशानी नहीं हुई. यह बातें जिला निर्वाचन पदाधिकारी, सह जिलाधकरी ने प्रेस वार्ता के दौरान दिया.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 60.25 रहा. हालांकि देर संध्या तक कई बूथों पर मतदान जारी रहा. लिहाजा मतदान के प्रतिशत में वृद्धि दर्ज की जा सकती है.
डीएम ने दी मीडिया को जानकारी
डीएम ने बताया कि शुरुआती दौर में कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराबी की सूचना प्राप्त हुई. वहीं समस्या को समय रहते दूर कर लिया गया. सुपौल विधानसभा क्षेत्र के मरौना प्रखंड में 05 बूथों पर लोगों वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. लेकिन अधिकारी की मदद से लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया गया. साथ ही लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लेने की अपील किया गया. आंकड़े प्रस्तुत करते डीएम ने कहा कि पिपरा विधानसभा में 61 प्रतिशत, सुपौल में 59, त्रिवेणीगंज में 55.50, छातापुर में 61 प्रतिशत एवं मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र में 62 प्रतिशत मतदान हुआ.
उपलब्ध संसाधन के तहत हुआ चुनाव
एसपी मृत्युंजय कुमार चौधरी ने कहा कि चुनाव को लेकर पहले से बेहतर प्लानिंग की गई थी. उपलब्ध संसाधन का उपयोग बेहतर तरीके से किया गया. पूर्व में ही बूथों का स्थलीय निरीक्षण किया गया था. नतीजा रहा कि शांतिपूर्ण वातावरण में चुनाव सम्पन्न हुआ.
इसके बाद 02 बूथ पर मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. जबकि तीन बूथ के मतदाताओं ने वोट बहिष्कार के निर्णय पर अडिग रहा. वहीं छातापुर प्रखंड में भी एक बूथ पर लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से वोट का बहिष्कार किया.