नई दिल्ली: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घोषणा की कि स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन दोगुनी कर दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आपातकाल के दौरान आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (MISA) के तहत गिरफ्तार किए गए लोगों को अब 20,000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी. स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को अब 15,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे. माझी ने अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए ये घोषणाएं कीं.
मोहन चरण माझी ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार उनकी पेंशन राशि में वृद्धि करेगी. जेल में बंद स्वतंत्रता सेनानियों को पहले के 10,000 रुपये प्रति माह की पेंशन से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी.
स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को, लेकिन जेल नहीं गए, अब 9,000 रुपये के स्थान पर 15,000 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे.
कितनी बढ़ी पेंशन
स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को अब 9,000 रुपये के बजाय 15,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे. माझी ने कहा कि 21 महीने की आपातकालीन अवधि के दौरान आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) के तहत गिरफ्तार किए गए लोगों को अब 20,000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी. आपातकाल को स्वतंत्र भारत का सबसे काला दौर बताते हुए मांझी ने कहा कि लोकतंत्र की बहाली के लिए लड़ते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था.