सिवान: बिहार में डेंगू का कहर (dengue in bihar) जारी है. डेंगू के लगातार बढते मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा है. ताजा मामला बिहार के सिवान का है. जहां मंगलवार की शाम को डेंगू से दो लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि दोनों मरीजों का पटना में इलाज चल रहा था. जहां इलाज के दौरान ही दोनों की मौत हो गई. मृतक की पहचान जिले के 25 वर्षीय शुभम कुमार और बड़हरिया की सैयदा बानो के रूप में हुई है.
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इलाज के दौरान मरीज की मौत: मंगलवार की शाम पटना में इलाज के दौरान 25 साल के शुभम कुमार और महिला सैयदा बानो की डेंगू से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि शुभम की मौत पटना के रुबन हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई. वहीं बड़हरिया की सैयदा बानो की मौत पटना के मेडिवर्सल हॉस्पिटल में हुई. पिछले कुछ दिनों में जिले में डेंगू के मामले में काफी तेजी देखी गई है. जिससे इसकी चपेट में जिले के उप विकास आयुक्त समेत दर्जनों लोग आए.
स्वास्थ्य विभाग का रवैया उदासीन: जिले के महाराजगंज, बड़हरिया एवं मैरवा प्रखंड के शहरी क्षेत्रों में डेंगू अपना कहर बरपा रहा है. डेंगू के कहर को रोकने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत एवं नगर परिषद पूरी तरह से उदासीन रवैया अपना रही है. सरकार की नजर में सिवान जिले में डेंगू से निपटने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है. लेकिन धरातल पर देखा जाए तो स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मरीजों के साथ साथ अपने वरीय अधिकारियों को भी धोखा दे रहे हैं. इससे स्थानीय लोग काफी ज्यादा चिंतित है.
चालक वार्ड को बना दिया गया डेंगू वार्ड: जिले में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए चालक वार्ड को डेंगू वार्ड बना दिया गया है. जिससे अब एम्बुलेंस चालक को भी डेंगू का खतरा सता रहा है. विभाग की तरफ से डेंगू से बचने के लिए कंट्रोल रूम बनाने का दावा किया जा रहा है. वहीं विभाग की तरफ से ब्लड बैंक में एलाइजा कन्फर्मेशन जांच की बात भी की जा रही है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
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