सीतामढ़ी: कोरोना वायरस के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई है. दूसरे राज्यों में कमाने-खाने वाले वहां कैद हो गए हैं. ऐसे में अब उनके वापस लौटने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में गाजियाबाद में रहने वाले 8 लोग अपने गांव चंदौली लौटे हैं. इन सभी के पांव में छाले पड़ चुके हैं क्योंकि ये पैदल यहां तक पहुंचे हैं.
इनलोगों की पहचान दुखा दास, सुशील कुमार, विजय कुमार, दिनेश दास, अजय कुमार, गुड्डू रमेश और जय किशन के रूप में हुई है. सभी लॉक डाउन घोषित होने से 4 दिन पहले ही काम की तलाश में गाजियाबाद गए थे. लॉक डाउन के बाद सभी वापस अपने घर लौटने को विवश हो गए.
पीड़ितों ने सुनाई आपबीती
पूछने पर पीड़ितों ने बताया कि गाजियाबाद से लखनऊ तक वे बस से लाए गए. उसके बाद लखनऊ से गोरखपुर तक सभी पैदल पहुंचे. फिर वहां से प्रशासन के द्वारा उन्हें बिहार बॉर्डर तक बस के माध्यम से भेजा गया. लेकिन, मुजफ्फरपुर से 70 किलोमीटर की दूरी तय कर सभी लोगों ने अपने गांव चंदौली पहुंचे. जिसकी सूचना स्थानीय जिला प्रशासन के पदाधिकारियों को दी गई. जिसके बाद सभी की मेडिकल जांच कराने के बाद चंदौली उच्च विद्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 14 दिनों तक रखने की व्यवस्था कराई गई है.
की जा रही है निगरानी
प्रखंड विकास पदाधिकारी कुणाल कुमार ने बताया कि गाजियाबाद से लौटे 8 लोगों की मेडिकल जांच कराने के बाद सभी को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रखा गया है. जहां उस क्षेत्र के सभी वार्ड सदस्यों को दो-दो घंटे की ड्यूटी क्वॉरेंटाइन व्यक्तियों की देखभाल के लिए लगाया गया है. प्रतिदिन मेडिकल टीम द्वारा इनकी जांच कराई जाती है. 14 दिनों की अवधि समाप्त होने के बाद ही इन्हें घर वापस जाने की अनुमति दी जाएगी.