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लॉकडाउन के कारण इतिहास में पहली बार नहीं हुआ रामनवमी और जानकी जन्मोत्सव का आयोजन - sitamarhi janki mandir news

लॉकडाउन के कारण मां जानकी मंदिर में होने वाला आयोजन प्रभावित हो गया है. मंदिर में वीरानी पसरी हुई है. 1 मई को मां जानकी का जन्मोत्सव है. लॉकडाउन के कारण लग रहा है कि इस अवसर पर होने वाला आयोजन नहीं हो पाएगा.

सीतामढ़ी
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Published : Apr 21, 2020, 5:04 PM IST

Updated : Apr 21, 2020, 6:04 PM IST

सीतामढ़ी: कोरोना के कारण घोषित लॉकडाउन का असर इंसान के साथ अब देवी-देवताओं के स्थान पर भी देखने को मिल रहा है. जिले में स्थित मां जानकी मंदिर में लॉकडाउन के कारण वीरानी पसरी हुई है. पिछले 28 दिनों से माता का दरबार बंद है. यहां माता जानकी सहित अन्य देवी-देवताओं को नैवेद्यम भी नहीं चढ़ाया जा रहा है.

सीतामढ़ी
जानकी मंदिर

बता दें कि मंदिर के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण राम नवमी और जानकी जन्मोत्सव जैसा आयोजन प्रभावित हो गया है. जिस मंदिर में प्रतिदिन 3000 से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक दर्शन के लिए आते थे. आज वहां सन्नाटा है.

पेश है एक रिपोर्ट

रामनवमी का आयोजन भी हुआ प्रभावित
जानकी मंदिर के पुजारी महंथ कौशल किशोर दास ने बताया कि लॉकडाउन से पहले इस मंदिर में हरेक दिन आसपास जिलों के करीब 2000 श्रद्धालु और अन्य प्रदेशों से करीब 500 पर्यटक मां जगत जननी जानकी की दर्शन और पूजा अर्चना के लिए पहुंचते थे. इसके अलावा मंदिर परिसर में शादी-विवाह के लिए वर वधु की देखा-देखी, मुंडन, जनेऊ छठी पूजन और विवाह संपन्न कराया जाता था. लेकिन ये सब आयोजन लॉकडाउन के कारण पूरी तरह बंद हो चुका है. साथ ही हरेक साल आयोजित होने वाला रामनवमी का आयोजन भी पूरी तरह से प्रभावित हो गया.

सीतामढ़ी
जानकी मंदिर का पुजारी महंथ कौशल किशोर दास

जानकी जन्मोत्सव पर भी लॉकडाउन का असर
इसके अलावे महंथ कौशल किशोर दास ने बताया कि 1 मई को मां जानकी का जन्मोत्सव का है. इस अवसर पर आयोजित होने वाला राम कथा, रामचरित्र मानस का पाठ, पांच कोसी परिक्रमा, जानकी जन्म उत्सव और सीतामढ़ी महोत्सव का आयोजन संभव नहीं हो पाएगा. वहीं, मंदिर में श्रद्धालुओं और भक्तों के नहीं पहुंचने के कारण प्रसाद वितरण, पुजारी, साधु, संत, सेवक, सुरक्षाकर्मी, गोसेवा, संत सेवा और अतिथि भंडारा सभी पूरी तरह से बंद है.

सीतामढ़ी
लॉकडाउन के कारण जानकी मंदिर का गेट बंद

सीता रसोई संचालन को लेकर जांच की मांग
महंथ ने बताया कि मंदिर परिसर में लोगों के लिए महावीर मंदिर की ओर से संचालित होने वाला सीता रसोई में भी जरूरतमंदों को भोजन नहीं मिल पा रहा है. महावीर मंदिर ट्रस्ट की ओर से सीता रसोई चलाने के लिए जिन कर्मियों की नियुक्ति की गई है, वो जरूरतमंदों को भोजन मुहैया नहीं करवाते हैं. सिर्फ झूठी तस्वीर खींचकर महावीर मंदिर ट्रस्ट किशोर कुणाल को भेज दी जाती है. साथ ही उन्होंने सीता रसोई संचालन को लेकर जांच की मांग की.

सीतामढ़ी: कोरोना के कारण घोषित लॉकडाउन का असर इंसान के साथ अब देवी-देवताओं के स्थान पर भी देखने को मिल रहा है. जिले में स्थित मां जानकी मंदिर में लॉकडाउन के कारण वीरानी पसरी हुई है. पिछले 28 दिनों से माता का दरबार बंद है. यहां माता जानकी सहित अन्य देवी-देवताओं को नैवेद्यम भी नहीं चढ़ाया जा रहा है.

सीतामढ़ी
जानकी मंदिर

बता दें कि मंदिर के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण राम नवमी और जानकी जन्मोत्सव जैसा आयोजन प्रभावित हो गया है. जिस मंदिर में प्रतिदिन 3000 से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक दर्शन के लिए आते थे. आज वहां सन्नाटा है.

पेश है एक रिपोर्ट

रामनवमी का आयोजन भी हुआ प्रभावित
जानकी मंदिर के पुजारी महंथ कौशल किशोर दास ने बताया कि लॉकडाउन से पहले इस मंदिर में हरेक दिन आसपास जिलों के करीब 2000 श्रद्धालु और अन्य प्रदेशों से करीब 500 पर्यटक मां जगत जननी जानकी की दर्शन और पूजा अर्चना के लिए पहुंचते थे. इसके अलावा मंदिर परिसर में शादी-विवाह के लिए वर वधु की देखा-देखी, मुंडन, जनेऊ छठी पूजन और विवाह संपन्न कराया जाता था. लेकिन ये सब आयोजन लॉकडाउन के कारण पूरी तरह बंद हो चुका है. साथ ही हरेक साल आयोजित होने वाला रामनवमी का आयोजन भी पूरी तरह से प्रभावित हो गया.

सीतामढ़ी
जानकी मंदिर का पुजारी महंथ कौशल किशोर दास

जानकी जन्मोत्सव पर भी लॉकडाउन का असर
इसके अलावे महंथ कौशल किशोर दास ने बताया कि 1 मई को मां जानकी का जन्मोत्सव का है. इस अवसर पर आयोजित होने वाला राम कथा, रामचरित्र मानस का पाठ, पांच कोसी परिक्रमा, जानकी जन्म उत्सव और सीतामढ़ी महोत्सव का आयोजन संभव नहीं हो पाएगा. वहीं, मंदिर में श्रद्धालुओं और भक्तों के नहीं पहुंचने के कारण प्रसाद वितरण, पुजारी, साधु, संत, सेवक, सुरक्षाकर्मी, गोसेवा, संत सेवा और अतिथि भंडारा सभी पूरी तरह से बंद है.

सीतामढ़ी
लॉकडाउन के कारण जानकी मंदिर का गेट बंद

सीता रसोई संचालन को लेकर जांच की मांग
महंथ ने बताया कि मंदिर परिसर में लोगों के लिए महावीर मंदिर की ओर से संचालित होने वाला सीता रसोई में भी जरूरतमंदों को भोजन नहीं मिल पा रहा है. महावीर मंदिर ट्रस्ट की ओर से सीता रसोई चलाने के लिए जिन कर्मियों की नियुक्ति की गई है, वो जरूरतमंदों को भोजन मुहैया नहीं करवाते हैं. सिर्फ झूठी तस्वीर खींचकर महावीर मंदिर ट्रस्ट किशोर कुणाल को भेज दी जाती है. साथ ही उन्होंने सीता रसोई संचालन को लेकर जांच की मांग की.

Last Updated : Apr 21, 2020, 6:04 PM IST
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