शेखपुरा: जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण अक्सर जिलावासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. दरसअल बुधवार को जिला प्रशासन ने शहर के 21 क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए उस मोहल्ले को बांस-बल्ली से घेर दिया था. इसी क्रम में शेखपुरा नगर परिषद ने प्रचार वाहन के माध्यम से शहरवासियों और दुकानदारों को तीन दिनों तक घर में रहने और दुकानों बंद रखने की अपील की. इस खबर से जिलावासियों और दुकानदारों के बीच हड़कंप मच गया. इसके साथ ही फल एवं सब्जी दुकानदारों ने औने-पौने मूल्यों पर अपने सामानों को बेचना शुरू कर दिया.
सब्जी और फल दुकानदारों के बीच दहशत
शेखपुरा नगर परिषद की भ्रामक प्रचार के कारण सब्जी और फल दुकानदारों के चेहरे पर चिंता की लकीर खींच गई. इस बात पर दुकानदारों ने कहा कि बड़े पैमाने पर सब्जी और फल बिक्री के लिए लाई गई थी. यदि तीन दिनों तक दुकानें बंद रहेंगी तो, सब्जी और फल बर्बाद हो जाएंगी और काफी आर्थिक नुकसान भी होगा. वहीं तीन दिनों तक दुकान बंद रहने की सुचना पर देर शाम तक सब्जी और फल दुकानदार औने-पौने मूल्यों पर बिक्री करते नजर आए. दुकानदारों को लगा कि किसी तरह उसकी लागत मूल्य वापस आ जाएं. हालांकि बाद में जिला प्रशासन ने यह फैसला वापिस ले लिया. इसके साथ ही नगर परिषद के प्रचार वाहन ने सिर्फ कंटेनमेंट जोन में ही दुकानें बंद रखने की अपील की.
शेखपुर में नगर परिषद के भ्रामक प्रचार-प्रसार के कारण मचा हड़कंप
शेखपुरा जिले में गुरुवार को नगर परिषद की भ्रामक प्रचार प्रसार और जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण दुकानदारों में हड़कंप मच गया. नगर परिषद ने प्रचार वाहन के माध्यम से तीन दिनों तक सभी दुकीनों को बंद करने की घोषणा कर दिया, जिससे लोगों के बीच दशहत का माहौल उत्पन्न हो गया.
शेखपुरा: जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण अक्सर जिलावासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. दरसअल बुधवार को जिला प्रशासन ने शहर के 21 क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए उस मोहल्ले को बांस-बल्ली से घेर दिया था. इसी क्रम में शेखपुरा नगर परिषद ने प्रचार वाहन के माध्यम से शहरवासियों और दुकानदारों को तीन दिनों तक घर में रहने और दुकानों बंद रखने की अपील की. इस खबर से जिलावासियों और दुकानदारों के बीच हड़कंप मच गया. इसके साथ ही फल एवं सब्जी दुकानदारों ने औने-पौने मूल्यों पर अपने सामानों को बेचना शुरू कर दिया.
सब्जी और फल दुकानदारों के बीच दहशत
शेखपुरा नगर परिषद की भ्रामक प्रचार के कारण सब्जी और फल दुकानदारों के चेहरे पर चिंता की लकीर खींच गई. इस बात पर दुकानदारों ने कहा कि बड़े पैमाने पर सब्जी और फल बिक्री के लिए लाई गई थी. यदि तीन दिनों तक दुकानें बंद रहेंगी तो, सब्जी और फल बर्बाद हो जाएंगी और काफी आर्थिक नुकसान भी होगा. वहीं तीन दिनों तक दुकान बंद रहने की सुचना पर देर शाम तक सब्जी और फल दुकानदार औने-पौने मूल्यों पर बिक्री करते नजर आए. दुकानदारों को लगा कि किसी तरह उसकी लागत मूल्य वापस आ जाएं. हालांकि बाद में जिला प्रशासन ने यह फैसला वापिस ले लिया. इसके साथ ही नगर परिषद के प्रचार वाहन ने सिर्फ कंटेनमेंट जोन में ही दुकानें बंद रखने की अपील की.