सारण: जल जीवन हरियाली को लेकर पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस कड़ी में मगंलवार को छपरा के एकता भवन में भी इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इसका उद्घाटन जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और अन्य वरीय पदाधिकारियों ने किया.
प्रचुर मात्रा में बारिश नहीं होने के कारण आज भूजल स्तर में काफी गिरावट आई है. यह एक चिंतनीय विषय और प्रश्न है. इसको लेकर अब केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार भी भूजल स्तर को मेनटेन करने के लिए बराबर जागरुकता अभियान चला रही है.
भूजल को संरक्षित करने का प्रयास
छपरा में आयोजित इस कार्यशाला में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अपने संबोधन में कहा कि आज जिस गति से धरती का जलस्तर नीचे जा रहा है, आने वाला समय हमें चेतावनी दे रहा है. भूगर्म में बसे जल के इस तीव्र दोहन को रोकने के लिए हम लगातार प्रयासरत हैं.
तालाब पर अतिक्रमण किया तो होगी कार्रवाई
गार्मीण क्षेत्रों की बात करते हुए कहा कि जहां भी पुराने कुएं, तालाब, आहर और पाइन हैं उन्हें पुनर्जीवित किया जाएगा. कई जगहों पर अतिक्रमण कर के भर दिए तालाबों को भी विशेष अभियान चलाकर अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा. वर्तमान स्थिति में इन सार्वजनिक तालाबों, कुओं, आहर, पाइन पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
विलुप्त हो चुके कुओं की खोज
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के लगभग 75 प्रतिशत विलुप्त हो चुके कुओं और तलाबों को चिन्हित कर खोज लिया गया है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की कमी के बीच इस वर्ष जिस तरह की भीषण गर्मी पड़ी उससे सभी तरह का जल स्तर नीचे चला गया. इस कारण जिले के कई प्रखंडों में स्थिति काफी खराब हो गई. मजबूरन वाटर टैंकरों से जलापूर्ति करनी पड़ी.
रेन वाटर हार्वेस्टिंग की शुरुआत
डीएम ने आगे कहा कि जिले के सभी प्रखंडों की सभी जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग यानी जल संचय करने के लिए सोख्ता टैंक बनाया जाएगा. साथ ही उन्होंने बिजली की बचत के उपायों पर भी चर्चा की. वहीं, इस कार्यक्रम मे जिले के सभी प्रखंड के बीडीओ और सीओ समेत वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन
वहीं, आगामी 2 अक्टूबर से विधिवत रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन सभी योजनाओं का शुभारम्भ करेंगे. जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के अन्तर्गत छपरा के शिल्पी पोखरा का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा.