सारणः बिहार में जहां एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री जल जीवन हरियाली यात्रा कर लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं. वहीं, छपरा के दिघवारा रेलवे स्टेशन कालोनी के लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है. लोग प्रदूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं.
शुद्ध पेयजल की नहीं है कोई व्यवस्था
छपरा के दिघवारा रेलवे स्टेशन कालोनी में जब से पानी की टंकी लगी है, तब से इस टंकी की आज तक सफाई नहीं हुई है. जिसके कारण यहां के स्थानीय रेल कर्मचारियों का परिवार और रेल यात्री यहीं प्रदूषित पानी पीने को मजबूर है. प्रदूषित पानी पीने का नतीजा है कि लोगों को कई बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है.
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प्रदूषित पानी पीने को लोग मजबूर
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से टंकी लगी है तब से इस टंकी की सफाई नहीं हुई है. इस टंकी के अलावा यहां के लोगों के लिए पानी का कोई ओर साधन नहीं है. इस परिस्थिति में यहां के निवासी यहीं प्रदूषित पानी पीने को मजबूर है. वहीं, रेल कर्मचारियों ने कई बार रेल अधिकारियों को इसकी सूचना दी है. इसके बाद भी अभी तक इन्हें शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का कोई भी प्रयास अधिकारियों की ओर से नहीं किया गया है. जिसके कारण लोग आज भी प्रदूषित पानी पीने को मजबूर है.