छपरा: बिहार के सारण में छपरा सदर अस्पताल में नर्सों का विरोध प्रदर्शन हुआ. छपरा सदर अस्पताल में बुधवार को ओपीडी सेवा बाधित कर दी गई. दरअसल, मरीज को एक्सपायरी दवा चढ़ाने के मामले में जीएनएम को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद आक्रोशित जीएनएम स्टाफ और नर्सों ने सदर अस्पताल के ओपीडी के सामने प्रदर्शन कर ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद कर दिया. इसके बाद दूर-दराज से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे मरीज भी आक्रोशित दिखे. उस दौरान मरीज के परिजनों और जीएनएम स्टाफ में हल्की नोकझोंक भी हो गई.
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सिविल सर्जन ने रद्द किया निलंबन प्रदर्शन की सूचना के बाद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एसडी प्रसाद वहां पहुंचे और नर्सों को समझाने बुझाने के बाद ओपीडी सेवा बहाल करने की अपील की. लेकिन सभी जीएनएम स्टाफ और नर्सों जीएनएम के निलंबन को वापस लेने की मांग पर अड़े रहे. इसके बाद सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दूलाल सिन्हा के ने जीएनएम का निलंबन रद्द कर दिया. इसके बाद जीएनएम स्टाफ और नर्स प्रदर्शन बंद कर अपने-अपने काम पर वापस लौटे.
करीब चार घंटे ठप रही ओपीडी सेवा : करीब 4 घंटे बाद ओपीडी सेवा बहाल हुई. वहीं प्रदर्शन कर रहे जीएनएम नर्सिंग स्टाफ का कहना था कि अस्पताल में चल रहे रिपेयरिंग कार्य के दौरान स्टोर में एक एक्सपायरी एनएस बोतल कहीं से आ गई थी. अस्पताल में मरीजों की भीड़ और आपाधापी के बीच वह दवा एक मरीज को लग गई, लेकिन उपचार के क्रम में वह मरीज ठीक होकर गया. प्रदर्शन कर रहे नर्सों और जीएनएम स्टाफ को डाॅ चंद्रेश्वर सिंह जिला इम्यूनाइजेशन ऑफिसर ने जीएनएम के निलंबन को रद्द करने संबंधी पत्र पढ़कर सुनाया. उसके बाद सभी वापस काम पर गए.
"सिविल सर्जन ने कुछ कारणवश एक एग्रेड स्टाफ नर्स प्रियंका भारती को 17 तारीख को निलंबित करने का आदेश दिया था. लेकिन फिर से उसका रिव्यू करते हुए सीएस ने आज के तारीख में उनका निलंबन रद्द कर दिया है. अब वह निलंबित नहीं हैं" - डाॅ चंद्रेश्वर सिंह, जिला इम्यूनाइजेशन ऑफिसर